पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पद्मश्री डॉ सुशोवन बनर्जी की मूर्ति पर हमले की खबर है. डॉ बनर्जी की मूर्ति पर स्याही फेंकने की घटना सामने आई है. डॉ बनर्जी को लोग 'एक रुपया डॉक्टर' भी बोलते हैं. बताया जा रहा है कि मेडिकल पेशे के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए लोगों ने मूर्ति पर काली स्याही फेंकी. विश्वभारती यूनिवर्सिटी मामले के समर्थन में स्याही फेंक कर विरोध दर्ज कराया गया.
डॉ सुशोवन ने विश्वभारती यूनिवर्सिटी परिसर के आसपास हिंसक और तोड़फोड़ की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाई थी. वे इस क्षेत्र के अति प्रतिष्ठित लोगों और डॉक्टरों में से एक हैं. सामाजिक कार्यों में उनके खास योगदान के लिए इस साल पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था. इस इलाके के स्थानीय लोगों ने डॉ बनर्जी की प्रतिम लगाई है. वे 1 रुपये में एक मरीज का इलाज करते हैं. इससे प्रभावित होकर स्थानीय लोगों ने उनकी प्रतिमा लगाई है.
विश्वभारती यूनिवर्सिटी परिसर के आसपास दीवार बनाई गई है जिसे लेकर स्थानीय लोगों में खासी नाराजगी है. 99 साल पुरानी यूनिवर्सिटी की सुरक्षा के लिए दीवार का निर्माण किया गया है. विश्वभारती मामले में कुछ लोग विरोध में हैं तो कुछ समर्थन में अपनी आवाज उठा रहे हैं. डॉ सुशोवन ने पॉश मेला ग्राउंड के आसपास यूनिवर्सिटी की दीवार बनाने के लिए आवाज उठाई थी. लेकिन स्थानीय लोगों का इस पर विरोध रहा है और वे ग्राउंड को पुरानी स्थिति में देखना चाहते हैं ताकि सभी लोग वहां तक जा सकें.