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विपक्ष नहीं इस बार BJP के सहयोगी दलों ने उठाए EVM पर सवाल

संजय राउत ने कहा कि शिवसेना आखिरी चरण तक लड़ी है और इसी तरह 2019 में भी लड़ेगी. उन्होंने कहा कि यहां बीजेपी के जीत नहीं हुई है बल्कि चुनाव आयोग उन्हें समर्थन दे रहा है. इस जीत का श्रेय चुनाव आयोग को जाना चाहिए.

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शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, फाइल फोटो (फोटो- Getty Images)
शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, फाइल फोटो (फोटो- Getty Images)

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सत्ताधारी दल बीजेपी और उसके सहयोगी चुनाव जीतने के बाद विपक्ष पर ईवीएम का रोना रोने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन इस बार ईवीएम पर सवाल उठाने वालों में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना और अकाली दल भी शामिल है.

महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट पर भारी अंतर से पिछड़ जाने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने ईवीएम में गड़बड़ी आरोप लगाया है. इस सीट पर बीजेपी और शिवसेना आमने-सामने थे. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गावित ने इस सीट पर 29572  वोटों से जीत दर्ज की.

राउत ने कहा कि कई ईवीएम गड़बड़ थीं साथ ही 5-6 हजार लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट से गायब थे. इसके अलावा राउत ने कहा कि वोटिंग के 12 घंटे बाद चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत को बदला. उन्होंने कहा कि यह सभी बातें सदेह पैदा करती हैं.

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संजय राउत ने कहा कि शिवसेना आखिरी चरण तक लड़ी है और इसी तरह 2019 में भी लड़ेगी. उन्होंने कहा कि यहां बीजेपी के जीत नहीं हुई है बल्कि चुनाव आयोग उन्हें समर्थन दे रहा है. इस जीत का श्रेय चुनाव आयोग को जाना चाहिए. बता दें कि एनडीए की सहयोगी शिवसेना लगातार बीजेपी पर निशाना साधती रही है और पार्टी ने 2019 में अलग चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है.

पंजाब की शाहकोट विधानसभा सीट पर कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी से 30 हजार वोट से चुनाव जीत गए हैं. इस हार के बाद अकाली नेता नायब सिंह भी ईवीएम पर सख्त नजर आए. उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों में धांधली की गई है.

बता दें कि उपचुनाव में वोटिंग के दौरान भी कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थी. यूपी की कैराना सीट के 70 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराना पड़ा था. इसके अलावा आयोग की ओर से गर्मी की वजह से ईवीएम में दिक्कत आने की दलील भी दी गई थी. 

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