नागरिकता कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस प्रदर्शन ने कई जगह हिंसक रूप ले लिया. दिल्ली, लखनऊ से लेकर असम और बिहार में भी इसका असर देखा जा रहा है. इस बीच गुरुवार शाम गृह मंत्रालय ने कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर एक अहम बैठक बुलाई है. इस बैठक विरोध प्रदर्शन से उपजे हालात की समीक्षा की जाएगी.
इससे पहले गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में हो रही हिंसक घटनाओं और प्रदर्शन पर 'आजतक' से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि वे राजनीतिक पार्टियों से अपील करना चाहते हैं कि धर्म के आधार पर इस तरीके का कोई बयान न दें जिससे लोग प्रदर्शन करने के लिए उतर आएं.
जी. किशन रेड्डी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में जो घटना हुई है उसके लिए गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस से बातचीत की है और सभी राज्यों को एडवाइजरी देकर निर्देश दिए जा रहे हैं कि मामले पर नजर बनाए रखें. दिल्ली मामले पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि कुछ जगहों पर पुलिस ने लोगों को प्रदर्शन करने से रोका है. उस पर नजर बनाए हुए हैं. देश भर में हो रहे प्रदर्शन को लेकर गृह मंत्रालय आज (गुरुवार) रिव्यू मीटिंग भी कर रहा है.
उधर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने दो पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाईं. प्रदर्शनकारियों ने डालीगंज और हजरतगंज इलाके में जमकर उत्पात मचाया और तोड़फोड़ किया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया.
प्रदर्शनकारियों ने दो पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया और बाहर खड़े वाहनों को भी फूंक दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. लखनऊ में उपद्रवियों ने मीडिया के ओबी वैन को भी आग के हवाले कर दिया.(एजेंसी से इनपुट)