नई दिल्ली में केंद्रिय कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए देश में दो अतिरिक्त सामरिक पेट्रोलियम भंडारों की स्थापना की घोषणा की है.
वित्तमंत्री का कार्यभार संभाल रहे पीयूष गोयल ने बुधवार को इसकी सूचना देते हुए कहा है कि देश में दो स्थानों पर 6.5 एमएमटी क्षमता वाले अतिरिक्त सामरिक पेट्रोलियम भंडार की स्थापना को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है.
जिसमें ओडिशा के चंडीखोल में 4.4 एमएमटी और कर्नाटक के पादुर में 2.5 एमएमटी सामरिक पेट्रोलियम भंडार की स्थापना की जाएगी. इस तरह के सामरिक पेट्रोलियम भंडारों से भारत को भविष्य में तेल आपूर्ति की कमी और इसकी वजह से होने वाली तेल के दामों में वृद्धि के प्रभाव सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी.
भारत में अब तक सामरिक पेट्रोलियम भंडारों की क्षमता 5.33 एमएमटी थी. जिससे 10 दिनों तक ईंधन आपूर्ति हो सकती थी. लेकिन इन दो भंडारों की स्थापना के बाद भारत के पास 12 दिनों का अतिरक्त पेट्रोलियम भंडार रहेगा.
वहीं एक अन्य फैसले में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा इथेनॉल की खरीद के लिए तैयार नए तंत्र को भी मंजूरी दी है.