रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी कैबिनेट में होने वाले भारी फेरबदल के पहले विपक्षी पार्टियां बीजेपी और केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रही हैं. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में ये कैबिनेट में फेरबदल किया जा रहा है. संजय सिंह ने कहा कि अगर दावों के मुताबिक नॉन परफॉर्मेंस की वजह से इस कैबिनेट में फेरबदल किया जा रहा है तो फिर जिस वित्त मंत्री के रहते हुए देश की विकास दर गिर गई और नोटबंदी के कारण इतना बड़ा घोटाला देश के सामने आया तो सबसे बड़े नॉन परफॉर्मर देश के वित्त मंत्री हैं, तो क्या वह हटाए जा रहे हैं?
संजय सिंह ने कहा कि नोटबंदी के तुगलकी फरमान के कारण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सवालों के घेरे में हैं. क्या वह कोई नैतिक जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं? संजय सिंह ने कहा कि जिन मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप के कारण उनको हटाया जा रहा है, क्या सरकार ने उनकी सीबीआई जांच कराने की कोई सिफारिश की या क्या सरकार ने यह देश को बताया कि किस-किस मंत्रियों पर भ्रष्टाचार है और किन भ्रष्टाचार के कारण से उन्हें हटाया जा रहा है?
राजीव प्रताप रूडी और मीडिया में आए उमा भारती के बयानों का जिक्र करते हुए आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा कि उमा भारती का जो बयान आया है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वो इस फेरबदल से खुश नहीं हैं. आप नेता संजय सिंह ने आजतक से बातचीत में रिजर्व बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जब सारा पैसा सिस्टम में वापस आ गया तो यह पैसा किसका है और जवाबदेही किसकी है? क्या प्रधानमंत्री बताएंगे जो कह रहे थे कि 50 दिन बाद मुझे किसी चौराहे पर खड़ा कर देना? संजय सिंह ने कहा कि अभी को-ऑपरेटिव बैंक के पैसे नहीं आए हैं, विदेशों के पैसे नहीं आए हैं और नेपाल के पैसे नहीं आए हैं.
नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर तगड़ा हमला करते हुए संजय सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान की आजादी के बाद नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है और पहले दिन से ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी इस बात को कह रही थी. संजय सिंह ने आरोप लगाया कि आरबीआई इस देश से झूठ बोल रहा है और देश की सरकार के दबाव में आरबीआई का राजनीतिकरण हो गया है.
संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार झूठ बोल रही है, टैक्स की बात कहां से आ गई? मोदी जी ने दावा किया था कि काला धन खत्म होगा, आतंकवाद खत्म होगा, नक्सलवाद खत्म होगा और देश के अंदर भ्रष्टाचार मिटेगा. नोटबंदी के चलते 124 लोगों की मौत हो गई, मजदूर सड़क पर आकर बर्बाद हो गए, लोगों का व्यापार नष्ट हो गया, जिंदगी की मुश्किलें बढ़ गई और देश की विकास दर गिर गई.