प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों को साफ कर दिया है कि गवर्नेंस, डिलीवरी और इम्प्लीमेंटेशन सुनिश्चित करें. उन्होंने यह भी कहा कि सभी मंत्री अपने विभाग का 100 दिन का रोडमैप भी तैयार करें.
मोदी ने नीतियां बनाते वक्त राज्य सरकारों के सुझावों पर भी ध्यान देने का निर्देश दिया. संसदीय कार्यमंत्री वैंकेया नायडू ने नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस से बात करते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने 16वीं लोकसभा के पहले सत्र के बारे में जानकारी दी.
इसके मुताबिक पहला सेशन 4 जून को होगा. 4 और 5 जून को नए सदस्य शपथ लेंगे. 6 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा. 7-8 छुट्टी. 9 को प्रेजिडेंट प्रणव मुखर्जी ज्वाइंट सेशन अड्रेस करेंगे. 10-11 को मोशन ऑफ थैंक्स रहेगा. अगर कोई अरजेंट मैटर हुआ, तो वह भी डिस्कस होगा. प्रेजिडेंट के एड्रेस के बाद पीएम दोनों सदनों में जवाब देंगे.
प्रोटम स्पीकर के रूप में अपनी परंपराओं के मुताबिक लोकसभा से सबसे वरिष्ठ सदस्य कमलनाथ को चुनने की प्रेजिडेंट को सलाह दी गई है. उन्हें 31 साल हो गए हैं इस सदन में. इसके अलावा तीन लोग और हैं पैनल में. ताकि शपथ ग्रहण के दौरान एक ही सांसद को लगातार न बैठना पड़े स्पीकर की कुर्सी पर. पैनल में जो सांसद हैं, उनके नाम हैं, अर्जुन सर्वसेठी(बीजेडी), पीए संगमा, पूर्व स्पीकर, श्री वीरेन सिंह इम्पटी, कांग्रेस
स्पीकर के चुनाव के बाद डिप्टी स्पीकर पर फैसला होगा. राज्यसभा 9 तारीख को संसद के ज्वाइंट सेशन से शुरू होगी. वहां अभी किसी सदस्य के शपथ ग्रहण की बात सामने नहीं आई है.
कैबिनेट मंत्रियों को क्या नसीहत दी नरेंद्र मोदी ने...
वैंकेया नायडू के मुताबिक कैबिनेट में मंत्रियों ने अपने विभागों के मुद्दे और सुझाव रखे हैं. सब सुनने के बाद पीएम ने यह कहाः
1. पहला मुद्दा है गवर्नेंस, सुशासन. इसके ऊपर आप लोगों को प्राथमिकता से ध्यान देना चाहिए.
2. दूसरा मुद्दा है डिलवरी.
3. तीसरा इशू है इम्प्लीमेंटेशन यानी योजनाओं को जमीन पर लागू करना. पीएम ने जोर देकर कहा, राज्य सरकारों से जो चिट्ठी आती हैं, उन्हें अध्ययन कर रेस्पॉन्स देना चाहिए. संसद सदस्यों और पब्लिक से जो राय, सुझाव आते हैं, उनका समाधान होना चाहिए.
4. पहले 100 दिन में हर मंत्री अपना अपना टाइम टेबल तय करे. क्या प्राथमिकता होनी चाहिए. हर विभाग में जो मुद्दे हैं.
5. अपने राज्यमंत्रियों के साथ काम जरूर साझा करें.