कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा डेटा चोरी मामले के तूल पकड़ने के बाद संसदीय समिति इनफ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने आईटी मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइटों से उनके प्लेटफार्मों का इस्तेमाल भारत के चुनावों को प्रभावित करने के लिए नहीं किया जाएगा, ऐसा सभी से लिखित में भरोसा लिया जाये.
समिति ने सभी सदस्यों से आईटी मंत्रालय के अधिकारियों को कहा कि फेसबुक से सवाल-जवाब का ब्यौरा माँगा हैं । समिति के कई सदस्यों ने कहा कि सरकार को फेसबुक के कदमों और अन्य सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्मों की डिटेल को देखना चाहिए कि उनके दुरुपयोग से बचने के लिए क्या क़दम उठाए गए हैं और क्या नए क़दम उठाये जा सकते हैं.
समिति के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर कहा हैं कि संसदीय समिति इन्फ़ॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी जनता से जुड़े डेटा सिक्यरिटी और ऑनलाइन प्राइवसी की जांच कर रही है. इस मामले पर आम जनता से उनकी राय मांगी है.
बैठक में कई सदस्यों ने ये भी कहा कि आम जनता से जुड़े डेटा सिक्योरिटी और ऑनलाइन प्राइवेसी के प्रोटेक्शन के लिए मज़बूत पॉलिसी बनानी चाहिए. अगर उसके बाद कोई सोशल नेटवर्किंग साइटों के प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल भारत में चुनावों को प्रभावित करने या अन्य रूप में मिस्यूज़ करता है तो उसे सज़ा हो.The Parliamentary Committee on Information Technology examined the issue of citizens data security/online privacy and heard the views of @GoI_MeitY Officials. This is an important issue and we will hold further meetings; you may email your views on the matter to the Committee.
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) April 19, 2018