मुंबई की कैंपा कोला सोसाइटी में गतिरोध का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा और अवैध फ्लैटों की बिजली और पानी की आपूर्ती काटने आए बीएमसी के अधिकारियों को निवासियों ने परिसर में घुसने नहीं दिया. उधर, नगर निकाय के अधिकारियों ने सोसाइटी के लोगों के खिलाफ कर्तव्य का निर्वहन करने में बाधा डालने को लेकर पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है.
शुक्रवार की विफल कवायद की पुनरावृत्ति के तहत बीएमसी के अधिकारी कड़ी सुरक्षा के बीच दक्षिण मुंबई के वरली इलाके में स्थित आवासीय परिसर में पहुंचे और वहां के निवासियों को परिसर में आने देने के लिए समझाने की विफल कोशिश की. सोसाइटी की महिलाएं और लड़कियां हाथ जोड़कर एमसीजीएम अधिकारियों से ‘मानवीय संकट’ को समझने और वहां से चले जाने की गुहार लगा रही थीं तो वहीं कुछ सोसाइटी वालों ने मंत्रोच्चार के बीच परिसर में हवन भी किया.
आवासीय परिसर में निर्मित 96 अवैध फ्लैटों को गिराने के उच्चतम न्यायालय के आदेश से लैस नगर निकाय अधिकारियों ने बार-बार कैंपा कोला निवासियों से अनुरोध किया कि वे उन्हें अवैध फ्लैटों की बिजली, पानी और पाइप गैस की आपूर्ति को काटने के लिए परिसर के भीतर आने दें लेकिन उनका प्रयास विफल रहा.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 3 जून को अवैध फ्लैट के निवासियों की याचिका को खारिज कर दिया था. न्यायालय के उस पिछले आदेश को चुनौती दी गई थी जिसके तहत कैंपा कोला निवासियों से 31 मई तक अपने परिसर को खाली करने को कहा था. न्यायालय के आदेश के बाद एमसीजीएम ने अवैध फ्लैटों के मालिकों को नोटिस जारी कर चाभी सौंपने को कहा था ताकि उन्हें गिराया जा सके लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया.
फ्लैटों को खाली करने के लिए एमसीजीएम की ओर से दी गई समय सीमा शुक्रवार को समाप्त हो गई और वहां के निवासियों को फ्लैट खाली करने पर मजबूर करने की अपनी योजना के तहत नगर निकाय अधिकारियों ने पानी और बिजली जैसी आवश्यक आपूर्ति को काटने का फैसला किया है.