सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने गुड फ्राइडे के दिन चीफ जस्टिस के कॉन्फ्रेंस को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने पिछले ही महीने विरोध जताते हुए चीफ जस्टिस एचएल दत्तू को चिट्ठी लिखी थी.
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कुरियन जोसफ ने अपनी चिट्ठी में कॉन्फ्रेंस की तारीख को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा है कि इस तरह का त्योहार लोग अपने परिवार के साथ मनाते हैं. उन्होंने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि इस तरह के आयोजन दिवाली, दशहरा, होली या ईद के दिन नहीं किए जाते हैं.
इस साल 3 अप्रैल को गुड फ्राइडे और 5 अप्रैल को ईस्टर मनाया जा रहा है. प्रेम और क्षमा का संदेश देता है गुड फ्राइडे
इससे मामले पर चीफ जस्टिस एचएल दत्तू अपनी राय पहले ही रख चुके हैं. एचएल दत्तू ने सभी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों का सम्मेलन गुड फ्राइडे के दिन कराने को जायज ठहराया था. उन्होंने इस बारे में ईसाई समुदाय के वकीलों की आपत्तियों को दरकिनार कर दिया था.
गौरतलब है कि ईसाई समुदाय के वकीलों ने भी 3 अप्रैल को गुड फ्राइडे के दिन से शुरू इस सम्मेलन के आयोजन पर कड़ी आपत्ति जताई थी. जज सम्मेलन के आयोजन को लेकर ईसाई समुदाय की आपत्ति का यह मसला चीफ जस्टिस एचएल दत्तू और जस्टिस एके मिश्रा के नेतृत्व वाली एक पीठ के सामने मौखिक रूप से उठाया था.