कनाडा की पुलिस ने दावा किया कि उसने ओटावा के तीन निवासियों को गिरफ्तार कर अलकायदा की बम विस्फोट करने की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया है.
माना जाता है कि गिरोह के सरगना को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रशिक्षित किया गया और उसके अलकायदा के शीर्ष नेताओं से करीबी संबंध रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि ओटावा के पश्चिमी हिस्से में दो आवासों की तलाशी के बाद रॉयल कनाडियन माउन्टेड पुलिस (आरसीएमपी) ने ‘आपरेशन समोसा’ कूटनाम वाला अभियान चलाकर ये गिरफ्तारियां कीं. उन्होंने कहा कि वे और तलाशी कर रहे हैं तथा और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.
आरसीएमपी की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘और गिरफ्तारियों की संभावना है.’ तीन संदिग्ध आतंकवादियों में से दो को कनाडा की अदालत में पेश किया गया. इनमें से एक का चेहरा ढका हुआ था. दोनों को बुधवार की सुबह गिरफ्तार किया गया और तब से उन्हें पहली बार अदालत में पेश किया गया.
टोरंटो स्टार की खबर के अनुसार एक तीसरे संदिग्ध आतंकवादी को भी हिरासत में लिया गया जिसने कनाडाई आइडल के लिए ऑडिशन के दौरान भाग लिया था. एक आरोपी मिसबाहुद्दीन अहमद है जिसका नाम पुलिस द्वारा जब्त कार रखने वालों में है. दूसरे संदिग्ध का नाम हिवा अली जादेबल है. तीसरे संदिग्ध खुरम शेर को आरसीएमपी की राष्ट्रीय सुरक्षा जांच के तहत गिरफ्तार किया गया. हमलों की कथित तौर पर साजिश रच रही इकाई की पुलिस जांच कर रही है.
दो साल से अधिक समय तक नजर रखने के बाद पुलिस ने मिसबाहुद्दीन को गिरफ्तार किया.
{mospagebreak}यद्यपि आरसीएमपी ने संदिग्धों में से किसी के नाम या पहचानों को जारी नहीं किया है लेकिन सूत्रों ने मिसबाहुद्दीन और एहसान के नामों की पुष्टि की.
उन्होंने कहा कि मिसबाहुद्दीन अहमद समूह का नेता था. ऐसा समझा जाता है कि उसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया और जांच एक बम विस्फोट की साजिश से संबंधित है.
‘वैंकूवर सन’ समाचार पत्र ने एक पुलिस सूत्र के हवाले से बताया, ‘ये लोग सिर्फ आतंकवाद के बारे में बातचीत नहीं कर रहे थे बल्कि उससे आगे की सोच रहे थे. वे इसकी साजिश रच रहे थे.’ अखबार ने बताया कि कनाडाई पुलिस को अपना निगरानी अभियान तोड़ना पड़ा क्योंकि संदिग्धों में से एक विदेश यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहा था.
सूत्रों ने बताया कि मिसबाहुद्दीन ने ओटावा के हास्पिटल सिविक कैंपस में दो साल तक जनरल रेडियोग्राफी टेक्नोलॉजिस्ट के तौर पर काम किया था.
अमेरिका में 11 सितंबर को हुए हमले के बाद से कनाडा में दूसरे आतंकवादी हमले की साजिश का पर्दाफाश किया गया है.
पुलिस ने बताया, ‘एक वाहन, कुछ कंप्यूटर, हार्ड ड्राइव और स्कैनर आवासों में से एक से जब्त किए गए हैं.’ सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि संदिग्ध हमलावर पनबिजली संयंत्रों और पारेषण लाइनों को निशाना बना सकते थे ताकि अमेरिका को नुकसान पहुंचे.