एक स्तब्धकारी राजनयिक घटनाक्रम में कनाडा के उच्चायोग ने बीएसएफ को ‘अत्यंत हिंसक बल’ करार दिया है जो सुनियोजित ढंग से प्रताड़ना में शामिल है जिसके बाद भारत ने इस विषय को उक्त देश के साथ उठाने की बात कही है.
कनाडा उच्चायोग ने बीएसएफ के एक सेवानिवृत कांस्टेबल फतेह सिंह पंढेर को वीजा देने से इनकार करते हुए लिखा कि उनकी स्थिति ‘अस्वीकार्य’ है क्योंकि उन्होंने ऐसे बल में काम किया है जो सुनियोजित ढंग से नागरिकों पर हमलों में शामिल है.
पंढेर के वीजा आवेदन के उत्तर में सख्त प्रतिक्रिया में उच्चायोग के प्रथम सचिव ने कहा कि बीएसएफ अत्यंत हिंसक बल है जो नागरिकों पर सुनियोजित हमले और संदिग्ध अपराधियों को प्रताड़ित करने के लिए जिम्मेदार है.
कनाडा उच्चायोग के अधिकारी ने पंढेर को वीजा प्राप्त करने के लिए बल से अपने आप को अलग करने का सुझाव दिया. इस विषय पर सम्पर्क किये जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने कहा ‘यह मामला विदेश मंत्रालय के संज्ञान में आया है और इसे कनाडा के साथ उपयुक्त तरीके से उठाया गया है’. पंढेर को इस मामने में पिछले वर्ष दिसंबर में प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी, जिसके बाद उन्होंने बीएसएफ से सम्पर्क किया था.
बीएसएफ ने इस मामले पर गृह मंत्रालय को लिखा था जिसने विदेश मंत्रालय को सूचित किया था. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा ‘गृह मंत्रालय को बीएसएफ से जानकारी मिली है. हमने इस विषय पर अपने विचार विदेश मंत्रालय पर आगे कार्रवाई के लिए भेज दिया है’.