जनता दल यूनाईटेड की राष्ट्रीय बैठक में भारतीय जनता पार्टी को प्रधानमंत्री प्रत्याशी घोषित करने के लिए दिसंबर तक की मोहलत तो मिली पर ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी की दावेदारी को एक सिरे से नकार दिया गया है. जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने सिद्धांतों के साथ समझौता न करने की बात कहकर अपना रुख साफ कर डाला तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धर्मनिरपेक्ष छवि की वकालत करते हुए इशारों ही इशारों में गुजरात के मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा. चाहे वह विकास के दावे हों या सभी को साथ लेकर चलने की बात हो, हर मुद्दे पर नीतीश ने मोदी पर सवाल उठाए.
'देश को जोड़ने वाला पीएम चाहिए'
नीतीश कुमार ने कहा है कि हमें देश को जोड़ने वाला पीएम चाहिए, सिर्फ हवा बनाने से देश नहीं चलता है, देश की जनता अक्लमंद है. साथ ही नीतीश कुमार पीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि हम पीएम बनने का भ्रम नहीं पालते. गुजराल और देवगौड़ा का हश्र हम देख चुके हैं. उन्होंने कहा कि 'देश को चलाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी जैसी सोच चाहिए, अटल जी 'राजधर्म' पालन करने की बात करते थे.'
नीतीश ने मोदी पर चलाए शब्दबाण
राजधानी दिल्ली में जेडीयू की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने इशारों ही इशारों में ही नरेंद्र मोदी की जमकर खिचाई की. उन्होंने कहा कि यदि देश को एक साथ लेकर चलना है तो आपको जरुरत पड़ने पर टोपी भी पहननी पड़ेगी और माथे पर टीका भी लगाना पड़ेगा. गौरतलब है कि एक समारोह के दौरान जब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मुस्लिम धर्मगुरु ने टोपी पहनाने की कोशिश की थी तो मोदी ने उस टोपी को पहनने से इंकार कर दिया था.
इसके अलावा नीतीश ने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि वह विकास किसी काम का नहीं जहां कुपोषण हो, पानी की समस्या और एक दूसरे के साथ लोग भेदभाव करें.
नीतीश ने कहा कि राजनीति में समझौते तो होते रहते हैं लेकिन सत्ता के लिए धर्म निरपेक्षता से यदि समझौता करना हो तो हम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि रही बात कुर्सी की तो यह आने जाने वाली चीज है, कल किसी ने नहीं देखा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस देश को जोर-जबरदस्ती से नहीं चलाया जा सकता है.
बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर नीतीश ने कहा कि हम बीजेपी का साथ नहीं छोड़ना चाहते हैं लेकिन यदि रास्ता बदलने की कोशिश की गई तो कठिनाइयां तो होंगी ही. उन्होंने कहा कि बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन की सरकार काफी अच्छे से चल रही है.
नीतीश कुमार के भाषण के मुख्य अंश:
1.41 PM: टोपी भी पहननी पड़ेगी, टीका भी लगाना पड़ेगा
1.40 PM: सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं करेंगे
1.38 PM: हम चाहते हैं कि गठबंधन सही से चले
1.37 PM: सत्ता के लिए धर्मनिरपेक्षता से समझौता नहीं
1.35 PM: कल किसी ने नहीं देखा है
1.34 PM: कुर्सी तो आने जाने वाली चीज है
1.33 PM: अटलजी के रास्ते पर ही चला जाए
1.32 PM: देश को चलाने के लिए अटलजी जैसी सोच जरूरी
1.31 PM: देवगौड़ा, गुजराल का हश्र हमने देखा है
1.30 PM: हम पीएम पद का भ्रम नहीं पालते
1.29 PM: देश को जोड़ने वाला पीएम चाहिए
1.28 PM: सदभाव से चलेगा ये देश
1.27 PM: जोर-जबरदस्ती से मुल्क नहीं चलेगा
1.26 PM: गैर-बराबरी बढ़ाने वाला मॉडल न हो
1.25 PM: पिछड़े राज्य का मॉडल बना है बिहार
1.25 PM: बिहार के विकास की ज्यादा चर्चा होनी चाहिए
1.25 PM: कुपोषण के रहते कैसा विकास
1.24 PM: विकास का मतलब मानव का भी विकास
1.23 PM: बिहार सुशासन के लिए जाना जाता है
1.23 PM: बिहार तिजारत के लिए नहीं जाना गया
1.23 PM: हर राज्य की अपनी क्षमताएं हैं
1.22 PM: भारत की जनता अक्लमंद है
1.22 PM: हवा बनाने से देश नहीं चलता
1.21 PM: रास्ता बदलने पर कठिनाइयां पैदा होंगी
1.20 PM: बीजेपी अपना रास्ता न बदले
1.19 PM: हमने सबसे पहले बीजेपी का साथ दिया
1.18 PM: NDA में विवादित मसले अलग रखे गए हैं
1.18 PM: हम बीजेपी का साथ छोड़ना नहीं चाहते
1.18 PM: 2010 में तनाव पैदा करने की कोशिश हुई
1.17 PM: 2010 में फिर गठबंधन को बड़ी जीत मिली
1.16 PM: गठबंधन आम राय से चलती है
1.16 PM: बिहार की जनता ने NDA को सराहा
1.15 PM: बिहार में गठबंधन में बहुत अच्छा चल रहा है
1.15 PM: बिहार में गठबंधन में कोई झंझट नहीं
1.14 PM: पुलिस सेवा में भी महिलाओं के लिए आरक्षण
1.13 PM: हमने विकास के नए उदाहरण पेश किए
1.12 PM: नगर निकायों में भी महिलाओं को आरक्षण
1.12 PM: पंचायती राज में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण
1.11 PM: हमने दलितों में भी महादलितों को पहचाना
1.11 PM: महिलाओं को विकास का भागीदार बनाया
1.10 PM: बिहार में विकास का लाभ सबको मिला
1.09 PM: हमारे विकास में हर तबका भागीदार
1.08 PM: हमने इंसाफ के साथ विकास किया
1.08 PM: बिहार की गाड़ी को पटरी पर लाया
1.07 PM: हमने कानून का राज कायम किया
1.07 PM: हमने बिहार के लोगों का भरोसा जीता
1.06 PM: न्याय के साथ विकास का काम किया
1.05 PM: हमने बिहार को गर्त से बाहर निकाला
1.05 PM: बिहार में हमने शून्य से यात्रा शुरू की
1.04 PM: देश की हालत निराशाजनक
1.03 PM: ये प्रस्ताव हमारा मार्गदर्शन करेंगे
1.02 PM: मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर प्रस्ताव
1.01 PM: बिहार को विशेष राज्य के दर्जे पर प्रस्ताव
1.00 PM: आर्थिक संकल्प का प्रस्ताव