केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गंभीर से गंभीर राजनीतिक संदेश हल्के अंदाज में दे जाते हैं. कुछ ऐसा ही गडकरी ने इंडिया टुडे के सफाईगीरी अवॉर्ड 2018 कार्यक्रम में यह जिक्र कर किया कि वो यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के घरों से निकले कचरे से खाद बनाते हैं.
दरअसल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इंडिया टुडे के कार्यक्रम में 'वेस्ट से वेल्थ' बनाने पर जोर देते हुए इस बात का जिक्र किया कि दिल्ली में उनके सरकारी आवास के एक तरफ यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी रहती हैं तो दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रहते हैं और वो बीच में रहते हैं. उन्होंने कहा कि रोजाना ट्रकों से पेड़ों के गिरे पत्ते इक्ट्ठा कर जला दिया जाता था. लेकिन एक दिन उन्होंने कहा कि इसे जलाने से अच्छा है कि उन्हें दे दिया जाए.
गडकरी ने कहा कि उनके सरकारी बंगले में एक छोटी सी मशीन है जिससे कचरे से ऑर्गेनिक खाद तैयार की जाती है. उन्होंने कहा कि उनके बंगले में डेढ़ एकड़ खेत है. इस खाद का प्रयोग खेत में करने से बहुत अच्छी सब्जी पैदा होती है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले समय में 'वेस्ट से वेल्थ' बनाने के अभियान से 5 लाख करोड़ की अर्थव्यव्स्था खड़ी करने लक्ष्य है.
इंडिया टुडे सफाईगीरी अवार्ड 2018 का वितरण भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया. इस मौके पर इंडिया टुडे के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा आज के दिन उन लोगों के लिए जश्न मनाने का है जो बदलाव लाने में सफल हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सफाईगीरी अवार्ड 2018 पर बधाई से संस्था को मजबूती मिलती है.