कालेधन पर नकेल कसने के लिए सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है. फर्जी कंपनियां बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले वाले करीब 54 कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) एवं चार्टर अकाउंटेंट (सीए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग (आईटी) के जांच के दायरे में हैं.
ईडी मामले में जल्द ही कार्रवाई शुरू करेगी. ऐसे में इन 54 प्रोफेशनल्स को 11 हजार करोड़ रुपये के घपले में कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. इस घपले के आरोप में ईडी ने चार दिन ही पहले वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन को गिरफ्तार किया था.
इस मामले में ईडी सभी 54 प्रोफेसनल्स से पूछताछ करेगी. इसके लिए जल्द ही इनको नोटिस जारी किया जाएगा. अगर मामले में इन प्रोफेसनल्स की भूमिका पाई जाती है, तो इनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अभी तक ऐसे मामलों में प्रोफेसनल्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी. अब सरकार ने पूरे देश में ऐसे दूसरे मामलों में कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है.