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घाटे में चल रही एयर इंडिया रिटायर्ड कर्मियों और उनके बच्चों को मुफ्त टिकट देगी

घाटे में चल रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया अब अपने कर्माचारियों पर दरियादिली दिखा रही है और उन्हें तथा उनके बच्चों को मुफ्त टिकटें बांट रही है. कंपनी ने अपने 24,000 काम कर रहे और 20,000 अवकाशप्राप्त कर्मचारियों को मुफ्त में इंटरनेशनल तथा घरेलू उड़ानों की टिकटें देने का फैसला किया है. इतना ही नहीं किसी कर्मचारी के मर जाने पर उसके बच्चों को भी फ्री टिकट मिलता रहेगा.

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एयर इंडिया
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घाटे में चल रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया अब अपने कर्माचारियों पर दरियादिली दिखा रही है और उन्हें तथा उनके बच्चों को मुफ्त टिकटें बांट रही है. कंपनी ने अपने 24,000 काम कर रहे और 20,000 अवकाशप्राप्त कर्मचारियों को मुफ्त में इंटरनेशनल तथा घरेलू उड़ानों की टिकटें देने का फैसला किया है. इतना ही नहीं किसी कर्मचारी के मर जाने पर उसके बच्चों को भी फ्री टिकट मिलता रहेगा.

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11 अप्रैल, 2014 को जारी एक मेमोरेंडम में एयर इंडिया के एक्जीक्युटिव डायरेक्टर ने लिखा है कि दिवंगत कर्मचारी की पत्नी या पति उनके 'पास' को अपने परिवार के सदस्यों को ट्रांसफर कर सकते हैं. परिवार का मतलब है स्वंय, बेटे-बेटी, मां-बाप बच्चे, सौतेले बच्चे और गोद लिए बच्चे. सर्कुलर के मुताबिक कुल चार 'पास' भाई, बहन, दामाद, पुत्रवधु को ट्रांसफर किए जा सकते हैं. इसमें यह भी लिखा है कि इसके लिए सीएमडी रोहित नंदन की सहमति ले ली गई है.

इसकी एक प्रति रोहित नंदन के पास भेजी गई है. एयर इंडिया के प्रवक्ता प्रसाद राव ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि कोई भी मेमोरेंडम बोर्ड मेंबरों के निर्णय के बाद ही जारी होता है. बुरी तरह घाटे में चल रही यह एयरलाइंस में 24,000 कर्मचारी काम करते हैं. इसे 31 मार्च 2013 तक कुल 33,200 करोड़ का घाटा हो चुका है. इसके पास धन की भारी कमी है और यह तेल कंपनियों को पैसे का भुगतान करने में असमर्थ है.

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एयर इंडिया को इस साल 3,900 करोड़ रुपये का घाटा होने की संभावना है. यह एयरलाइन सरकार के पैसे से चल रही है और इसमें सुधार के सभी प्रयास व्यर्थ हो चुके हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयरलाइन में तमाम तरह की अनियमितताएं हैं. अब केन्द्र में सरकार के बदलाव के साथ यहां भी कारर्वाई होनी चाहिए कि आखिर कैसे प्रबंधन ने इसका बंटाधार कर दिया.

एयरलाइन में अनियमितता का यह हाल है कि एयर इंडिया की चीफ विजिलेंस ऑफिसर ने जो वहां की कर्मचारी नहीं है, अपने बेटे और बहू के लिए दिल्ली-सिडनी रिटर्न एक्जीक्युटिव क्लास का टिकट मुफ्त में लिया. यह टिकट फर्स्ट क्लास में तब्दील हो सकता है. आम यात्री को इन टिकटों के लिए 5 लाख रुपये देने पड़ते.

एयर इंडिया के नियमों के मुताबिक डेपुटेशन पर आए एलाइड सर्विस के अफसर को मुफ्त टिकट नहीं मिल सकते हैं. लेकिन इसके सीएमडी रोहित नंदन जो खुद आईएएस हैं, इसका खुला उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने जनवरी महीने में अपने और अपने परिवार के लिए बिज़नेस क्लास की टिकटें बुक करवाई थीं.

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