केन्द्र द्वारा देश के 20 जिलों में मंगलवार से गरीबों के बैंक खातों में राजसहायता की नगदी का सीधे अंतरण किए जाने की योजना को भाजपा ने जल्दबाजी में और ज्वलंत समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने का कदम बताया. उसने इस योजना को 'पैसा फेंक तमाशा देख' की तरह बताया है.
बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस इसे ‘गेम चेंजर’ योजना बता रही है और यह सत्तारूढ़ दल का ही खेल खराब करने वाली साबित होगी.
पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल गरीबों को राजसहायता का नगदी के रूप में सीधे अंतरण किए जाने के खिलाफ नहीं है, लेकिन बिना तैयारी के इसे जिस जल्दबाजी से लागू किया गया है उसे लेकर उसे सरकार की नीयत पर शक है.
उन्होंने कहा कि अभी न न तो गरीबी रेखा के मापदंड पर सरकार में एक राय है, न न सभी गरीबों के बैंक खाते खुले हैं और न ही सबके आधार कार्ड बने हैं. उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस नीत सरकार का असल मकसद गरीबों तक उनका वाजिब हक पंहुचाना नहीं है, बल्कि उसका इरादा 2014 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाना है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, कांग्रेस इस योजना को ‘गेम चेंजर (खेल पलटने वाला) बता रही है. उसे लगता है कि इसे आधा अधूरा लागू कर देने से ही लोग मंहगाई, भ्रष्टाचार, घोटाले और महिलाओं के साथ कदाचार आदि की बातें भूल जाएंगे और उसके पक्ष में मतदान करेंगे.’ इसे कांग्रेस की कोरी गलतफहमी बताते हुए उन्होंने कहा कि यह कथित खेल पलटने वाली योजना ‘कांग्रेस का खेल ही पलट देने वाली साबित होगी. यह बात अब किसी से छिपी नहीं है कि कांग्रेस का खेल अब खराब हो चुका है. गरीबों की आंखों में धूल झोंकने की योजनाओं से उसे कोई फायदा होने वाला नहीं है.’
शाहनवाज ने कहा कि उक्त तमाम कमियों के अलावा गरीबों के बैंक खातों में राजसहायता की नगदी के सीधे अंतरण की योजना ‘फूल प्रूफ’ (त्रुटि रहित) नहीं है. इससे कांग्रेस को लाभ की बजाय उसे नुकसान होने के ज्यादा आसार हैं.