नए साल के आगाज़ के साथ ही 68वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां भी तेज़ हो गई हैं, इस बार परेड के दौरान राजपथ पर देश की सैन्य शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज उपलब्धियां का नज़ारा राजपथ पर दिखेगा. डिजिटल क्रांति की तरफ बढ़ते देश की झलक होगी तो साथ ही कैशलैस व्यवस्था की वकालत कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी सरकार का खासा जोर डिजिटल बैंकिग का संदेश देने पर भी होगा. परेड में विभिन्न केंद्रीय मंत्रलयों के साथ कुल 21 राज्यों की झांकियां भी शामिल होंगी, नोटबंदी और कैशलैस व्यवस्था पर जारी बहस के बीच सूचनाएं प्रौद्योगिकी प्रद्योगिकी मंत्रालय की झांकी में डिजिटल बैंकिग के बारे में लोगों को बताया जाएगा साथ ही नोटबंदी के फायदे भी गिनाये जाएंगे.
अबूधाबी के शेख होंगे मेहमान
हर साल गणतंत्र दिवस की राजपथ पर होने वाली परेड में राज्यों की झांकियों में काफी लंबे समय के बाद इस बार दिल्ली और यूपी भी शामिल होंगे, बीते साल गणतंत्र दिवस समारोह में खास मेहमान के मुल्क के सैन्य दस्ते को शामिल करने की परंपरा शुरु की गई. इस कड़ी में अबूधाबी के शेख मोहम्मद बिन जाएद विशेष अतिथि होंगे तो यूएई का सैन्य दस्ता भी परेड का हिस्सा रहेगा. परेड में इस बार खास नजर पहली बार शामिल हो रहे एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडोज पर भी होगी, सैन्य दस्तों के साथ एनएसजी दस्ता कदमताल करता नजर आएगा.
झांकी पर नजर आएंगे पूर्व सैनिक
वन रैंक वन पेंशन लागू करने के बाद इस बार पूर्व सैनिकों का दस्ता राजपथ पर कदमताल करने की बजाए एक झांकी वाहन पर सवार नजर आएगा, भारत की सैन्य शक्ति का नज़ारा जहां चुस्त कदमताल करते जांबाजी पेश करेंगे तो वहीं ताकत की धमक आधुनिक हथियार भी देंगे. परेड में टी-90 टैंक, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस, आकाश मिसाइल सिस्टम, स्मर्च मिसाइल सिस्टम भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन करेंगे. मार्चिंग दस्तों में सिग्नल, राजपूत, गोरखा समेत कई पल्टनों के दस्ते होंगे.
तीनों सेनाओं की झांकियों में तेजी के साथ मेक इन इंडिया का असर दिखेगा जिस पर सरकार खासा ध्यान दे रही है, परेड का एक खास आकर्षण सेना का जंग स्क्वाड भी होगा. श्वान (कुत्ता) दस्ते के सदस्य भी अपने हैंडलर्स के साथ नजर आएंगे, इसमें सेना के प्रशिक्षित 36 कुत्ते होंगे जिनमें 20 लैब्रेडोर और 16 जर्मन शेपर्ड शामिल हैं.