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J-K बैंक धोखाधड़ी मामले में CBDT की कार्रवाई, सिक्योरिटी कंपनी के ठिकानों की तलाशी

एक फॉलोअप कार्रवाई में CBDT द्वारा एक सिक्योरिटी कंपनी के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया गया जो कि कारोबारी प्रतिष्ठानों और प्रमुख लोगों को सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने के कारोबार में है. सर्च ऑपरेशन से यह पता चला है कि विभि‍न्न पब्लि‍क सेक्टर के बैंकों के करीब 74 करोड़ रुपये के कर्ज को दूसरी जगहों पर लगा दिया गया.

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जेऐंडके बैंक मामले में कार्रवाई
जेऐंडके बैंक मामले में कार्रवाई

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J&K बैंक और उसके पूर्व चेयरमैन परवेज अहमद पर हुई कार्रवाई से हासिल जानकारियों पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) सक्रियता से काम कर रहा है. ऐसी ही एक फॉलोअप कार्रवाई में एक सिक्योरिटी कंपनी के खिलाफ तलाशी और जब्ती अभियान चलाया गया जो कि कारोबारी प्रतिष्ठानों और प्रमुख लोगों को सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने के कारोबार में है.

यह समूह जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में होटल भी चलाता है. इस समूह की पंजाब के एक विवादित मेडिकल कॉलेज में भी हिस्सेदारी है, जिसे साल 2014 में मेडिकल कौंसिल ने बंद करने का आदेश दिया था. समूह पर आरोप है कि उसने सार्वजनिक क्षेत्र के J&K बैंक के साथ धोखाधड़ी की है और दूसरे कारोबारों के लिए बड़े पैमाने पर हासिल कर्ज को प्रमोटर्स के फायदे के लिए मेडिकल कॉलेज और होटलों में लगा दिया.

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सर्च ऑपरेशन से यह पता चला है कि विभि‍न्न पब्लि‍क सेक्टर के बैंकों के करीब 74 करोड़ रुपये के कर्ज को दूसरी जगहों पर लगा दिया गया. समूह ने J&K बैंक के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इसे अंजाम दिया. समूह को बैंको से कुल 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज हासिल हुआ और यह नॉन परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए में बदल गया. सीबीडीटी को इस बात के ठोस प्रमाण मिले हैं कि प्रमोटर समूह ने करीब 125 करोड़ रुपये के फंड की राउंड ट्रिपिंग की है.  

J&K बैंक के पूर्व चेयरमैन, परिजन पर मामला दर्ज

दूसरी तरफ, एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को कहा कि उसने जम्मू एवं कश्मीर बैंक के बर्खास्त चेयमैन परवेज अहमद नेंग्रू, उनके संबंधी आसिफ मंसूर बेग व अन्य के खिलाफ बैंक की तरफ से इफको टोकियो (IFFCO-TOKYO) के साथ नियमों का उल्लंघन कर बीमा सौदे पर हस्ताक्षर करने को लेकर एक मामला दर्ज किया है. एसीबी ने कहा कि उसने श्रीनगर के इफको टोकियो के परिसर की तलाशी ली और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं.

एसीबी के बयान के अनुसार, J&K बैंक के चेयरमैन के तौर पर नेंग्रू ने 13 फरवरी 2019 को इफको टोकियो के साथ एक बीमा सौदा पर हस्ताक्षर किया. इफको में उनके करीबी संबंधी बेग नियुक्त थे. इसमें कंपनी को अनुचित लाभ दिया गया. जांच से पता चला है कि बैंक ने 2000 में पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के साथ अपने बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए करार किया.

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इसके बाद 2002 में बजाज आलियांज इंश्योरेंस कंपनी के साथ समझौता किया. एसीबी के बयान में कहा गया कि आगे की जांच से खुलासा हुआ कि 2018-19 के वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में J&K बैंक ने बजाज आलियांज से 159 लाख कमीशन प्राप्त किया. इसी अवधि में इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से 88 लाख रुपये कमीशन प्राप्त किए गए.  J&K बैंक को 71 लाख रुपये का घाटा हुआ.

(एजेंसियों के इनपुट के साथ)

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