सीबीआई ने मंगलवार को सिंडिकेट बैंक की जयपुर, उदयपुर और दिल्ली की 10 लोकेशन पर एक साथ छापेमारी की. एक हजार करोड़ रुपए के कथित हेराफेरी के मामले में बैंक के कैंपस की सघन तलाशी ली गई. सीबीआई टीम ने बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ भी की. इसके बाद बीएसई पर सिंडिकेट बैंक का शेयर लगभग 4 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार करने लगा.
बैंक ने नहीं की कोई टिप्पणी
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने बैंक की शाखाओं और कर्मचारियों के आवास सहित 10 जगहों पर छापेमारी की. इस मामले में फर्जी बिलों का इस्तेमाल और लाइफ इन्श्योरेंस पॉलिसीज के नहीं होने के बावजूद ओवरड्राफ्ट लिमिट मुहैया कराना शामिल है. इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेजों को जब्त किया गया है. बैंक की ओर से इस मामले पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
CBI raids 10 locations including Jaipur & Delhi in a 10,000 crore bank fraud case, CBI investigating the role of Syndicate Bank officials
— ANI (@ANI_news) March 8, 2016
जीएम समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
सीबीआई ने बैंक के तत्कालीन जनरल मैनेजर, चार अधिकारियों, एक चार्टर्ड एकाउंटेंट और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एक हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी मामले में केस दर्ज कर लिया है. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 409, 420, 467, 468, 471, 13(2), 13(1) (सी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून, 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले में जांच अभियान जारी है.
सिंडिकेंट बैंक पर पहले भी लगा है दाग
सिंडिकेट बैंक के लिए विवाद कोई नई बात नहीं है. डेढ़ साल पहले बैंक के एक सीएमडी एस के जैन को 50 लाख रुपए की घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया था. जैन कुछ कंपनियों के लिए कर्ज की सीमा बढ़ाने के एवज में रिश्वत ले रहे थे. जैन को सस्पेंड कर दिया गया था.