कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के आवास और उनके रिजॉर्ट पर आयकर विभाग ने बुधवार सुबह छापा मारा. बंगलुरु के इसी इगलटन रिजॉर्ट में गुजरात कांग्रेस के 40 से ज्यादा विधायक ठहरे हुए हैं. राज्यसभा चुनाव में फूट से डरकर कांग्रेस ने अपने विधायकों को इस रिजॉर्ट पर रखा है.
ऐसे में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगा रहे हैं. आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग पर बीजेपी के गठबंधन सहयोगी के रूप में काम करने तक का आरोप लगा दिया. वहीं बीजेपी इन आरोपों को खारिज करते हुए कह रही है कि एजेंसियां कानून के अनुसार ही अपना काम कर रही हैं.
केंद्र की सत्ताधारी पार्टियों पर पहले भी अपने राजनीतिक हित साधने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगते रहे हैं. केंद्र में मोदी सरकार के तीन वर्षों से ज्यादा के कार्यकाल में ऐसे कई मौके रहे, जहां उस पर अपने हितों के लिए सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों के इस्तेमाल का आरोप लगा.
रॉबर्ट वाड्रा केस: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के मामले में भी बीजेपी पर सत्ता के दुरुपयोग का कांग्रेस ने आरोप लगाया. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने इस साल अप्रैल में जमीन सौदों में कथित गड़बड़ी के सिलसिले में फरीदाबाद में तीन जगहों पर छापेमारी की. ईडी की छापेमारी बीकानेर में 270 बीघा जमीन के सिलसिले में थी, जिसे 79 लाख में खरीदा गया और करीब तीन साल बाद ही 5 करोड़ में बेच दिया गया था. वहीं इस मामले में कांग्रेस का आरोप था कि सोनिया गांधी का दामाद होने के चलते वाड्रा को बीजेपी निशाना बना रही है.
वीरभद्र सिंह: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में सीबीआई के छापे के वक्त भी केंद्र की बीजेपी सरकार पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगा. वीरभद्र पर आरोप है कि वर्ष 2009 से 2012 के बीच तत्कालीन यूपीए सरकार में मंत्री रहने के दौरान उन्होंने अपने व परिवार के नाम पर कथित रूप से आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 6.03 करोड़ रुपये ज्यादा की संपत्ति अर्जित की. इस मामले में सीबीआई ने वीरभद्र की बेटी की शादी के दिन ही उनके 11 ठिकानों पर छापे मारे थे. वहीं वीरभद्र और उनकी पार्टी कांग्रेस ने इन तमाम आरोपों को खारिज किया और मोदी सरकार पर विद्वेषपूर्ण ढंग से कार्रवाई का आरोप लगाया.
केजरीवाल और केंद्र का टकराव: मोदी सरकार पर सबसे पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 10 से ज्यादा विधायकों को पुलिस ने विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया, वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय तक पर छापे की खबर आई. केजरीवाल के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार को कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में सीबीआई ने गिरफ्तार किया, तो वहीं कुमार का आरोप था कि सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के मामले में फंसाने के लिए उन पर दवाब बनाया.
ममता की घेराबंदी- पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कई नेता शारदा चिटफंड और नारदा स्टिंग केस में घिरे हुए हैं. शारदा चिटफंड घोटाले में जहां राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा सहित कई प्रमुख नेताओं की गिरफ्तारी हुई, तो वहीं नारदा मामले में टीएमसी के 12 मंत्रियों और नेताओं के खिलाफ सीबीआई ने आरोप दर्ज किया. वहीं ममता बनर्जी ने बीजेपी पर सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल कर उनकी पार्टी को धौंस दिखाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. ममता का आरोप है कि उनकी पार्टी ने भगवा पार्टी के खिलाफ बोलने का साहस दिखाया, इसलिए उसके साथ ऐसा किया जा रहा है.
मायावती के भाई आनंद कुमार का मामला: मायावती के भाई आनंद कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में आयकर विभाग और ईडी जांच कर रही है. आनंद कुमार की कंपनियों पर आयकर विभाग ने छापे भी मारे. आनंद कुमार पर आरोप हैं कि उन्होंने फर्जी कंपनियों के जरिये करोड़ों का लोन लिया और उसको रियल स्टेट में इनवेस्ट कर मोटा मुनाफा कमाया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती के यूपी की सत्ता में रहने के दौरान आनंद कुमार की 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति साल 2014 में बढ़कर 1,316 करोड़ रुपये हो गई. हालांकि मायावती ने अपने भाई का बचाव करते हुए कहा कि उनके भाई को केंद्र की बीजेपी सरकार जान-बूझकर फंसा रही है.
रामगोपाल यादव: पिछले दिनों यूपी विधानसभा चुनाव के पहले समाजवादी परिवार में जब घमासान मचा, तो सपा के तत्कालीन प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने चचेरे भाई व पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव पर सीबीआई जांच के डर से बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया. नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह को सीबीआई ने भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यादव सिंह के तार कथित रूप से रामगोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय यादव से जुड़े हैं. हालांकि रामगोपाल यादव इन आरोपों से साफ इनकार करते हैं और सीबीआई की तरफ से भी इस मामले में उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.
लालू परिवार के केस: नरेंद्र मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप बिहार में हालिया सत्ता परिवर्तन में ही लगा. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के बेनामी संपत्ति के मामले में ईडी और सीबीआई ने उनके ठिकानों पर छापे मारे. भ्रष्टाचार के ये आरोप सत्ताधारी जेडीयू-आरजेडी गठबंधन में टूट का कारण बने. हालांकि तेजस्वी ने अपने खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार की FIR को बीजेपी का राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि अमित शाह और पीएम मोदी की शह पर यह सब हुआ है.