सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने कुंडा डिप्टी एसपी जिया उल हक हत्याकांड से गरमाये सियासी माहौल के बीच इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी. विपक्ष और देवरिया की जनता में उपजे आक्रोश के दबाव के चलते सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ये निर्णय लेना पड़ा.
गौरतलब है कि मृत डीएसपी की पत्नी ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी और धमकी दी थी कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो वह खुदकुशी कर लेगी. सोमवार को ही अखिलेश यादव ने देवरिया का भी दौरा किया. वहां अखिलेश यादव देवरिया की जनता के आक्रोश का शिकार हो गए. अखिलेश यादव डीएसपी जिया-उल-हक के परिजनों से मिलने गए थे, वहीं उन्हें भीड़ के गुस्से को सहना पड़ा गया. उनके खिलाफ नारेबाजी हुई और धक्कामुक्की भी.
अखिलेश ने गुस्साई जनता और पीड़िता परिवार को सीबीआई जांच का भरोसा दिया. इसके तुरंत बाद यूपी सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी. अखिलेश ने परिवार को 50 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया.