देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) 15 मई तक अपना पहला आरोप पत्र दाखिल करेगी. 14 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के इस घोटाले में सीबीआई नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए 19 गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करेगी. आरोप पत्र में पीएनबी अधिकारियों के साथ-साथ नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की फर्म के कर्मचारी भी शामिल होंगे.
मुख्य आरोपी गोकुलनाथ शेट्टी (पीएनबी के पूर्व डिप्टी जनरल मैनेजर), मनोज खरात (पीएनबी का सिंगल विंडो ऑपरेटर), हेमंत भट्ट (मोदी की कंपनी का अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता), बेचू तिवारी (पीएनबी के विदेशी मुद्रा विभाग में मुख्य प्रबंधक), यशवंत जोशी (पैमाने विदेशी मुद्रा विभाग में द्वितीय प्रबंधक), प्रफुल सावंत (स्केल -1 अधिकारी निर्यात अनुभाग) सीबीआई के आरोप पत्र में बतौर आरोपी दर्शाए जाएंगे. संजय रामभाया, चार्टर्ड अकाउंटेंट और तत्कालीन मेहुल चोकसी की कंपनी गिली इंडिया के निदेशक अनियथ शिव रमन नायर भी सीबीआई के आरोप पत्र में होंगे.
बता दें कि 12700 करोड़ रुपए के इस घोटाले के बाद नीरव मोदी और मेहुल चोकसी देश से बाहर हैं. ईडी लगातार उनपर कार्रवाई कर रही है. वहीं भारत सरकार की तरफ से भी नीरव मोदी को वापस लाने की कोशिशें जारी हैं. हाल ही में ईडी को नीरव मोदी के विदेशी खातों की जानकारी मिलनी शुरू हो गई है.