सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और देवेंद्र कुमार से जुड़े मामले की जांच के लिए सीबीआई ने दिल्ली हाई कोर्ट से और समय मांगा है. हाई कोर्ट ने सीबीआई को कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था.
सूत्रों के मुताबिक यह भी खबर है कि सीबीआई इस मामले में हाई कोर्ट के सामने सीलबंद लिफाफे में स्टेटस रिपोर्ट फाइल करेगी.
पहले भी मिल चुका है कोर्ट से समय
इससे पहले भी हाई कोर्ट ने मई में सीबीआई को पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना से जुड़े रिश्वत मामले में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच को पूरा करने के लिए चार महीने का और समय दिया था. कोर्ट से सीबीआई ने अपील की थी कि उसे जांच के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए .
क्या है पूरा मामला?
जांच एजेंसी ने अस्थाना, पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) देवेंद्र कुमार और दो अन्य के खिलाफ मोइन कुरैशी मामले में दिसंबर 2017 और अक्टूबर 2018 के बीच कम से कम पांच बार रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी.
कोर्ट ने 11 जनवरी को अस्थाना, कुमार और कथित बिचौलिए मनोज प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी को रद्द करने से इनकार कर दिया था और सीबीआई को 10 हफ्ते के भीतर जांच खत्म करने का निर्देश दिया, जो 24 मार्च को खत्म हो गया था. कोर्ट ने कहा था कि अधिकारियों के खिलाफ लगाए गए आरोप गंभीर प्रकृति के हैं .
क्या है आरोप?
राकेश अस्थाना और देवेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने हैदराबाद के व्यापारी सतीश बाबू सना को राहत देने के लिए रिश्वत ली थी. इस मामले पर दोनों के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी. यहां तक कि डीएसपी देवेंद्र कुमार को इस मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. बाद में निचली अदालत से डीएसपी देवेंद्र कुमार को जमानत मिल गई थी.