पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार उनके पिता को खामोश करना चाहती है क्योंकि विपक्ष में वो सबसे बड़े आलोचक हैं. कार्ति ने दिल्ली के जोर बाग स्थित आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो केस है ही नहीं, उसे सरकार अपने सबसे मुखर आलोचक को परेशान करने के लिए राजनीतिक औजार बना रही है.
चिदंबरम को बुधवार की शाम उनके घर से सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि हम दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश से पूरी तरह असहमत हैं इसलिए उसे चुनौती दे रहे हैं. मुझे खुद 20 बार समन किया गया, चार बार छापेमारी की गई और मैं सीबीआई का दस दिन तक ‘मेहमान’ रहा. हम फिर इस सबका सामना करेंगे.
आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई की एप्रूवर इंद्राणी मुखर्जी की ओर से दिए गए नए लीड को खारिज करते हुए कार्ति ने कहा, ‘मैं कभी इंद्राणी मुखर्जी से नहीं मिला सिवाय तब जब जेल में सीबीआई ने सामने पूछताछ कराई थी. ना ही मैं पीटर मुखर्जी को जानता हूं.
कार्ति ने कहा कि मैं FIPB को नहीं जानता हूं, न ही यह जानता हूं कि ये कैसे काम करता है. मैं सांसद हूं, मेरी संपत्ति और देनदारियों की जानकारी पब्लिक डोमेन में हैं. वो कहानियां गढ़ रहे हैं, वह चार्जशीट क्यों नहीं दायर करते. उन्होंने कहा कि मेरी कोई शैल कंपनी नहीं हैं और न ही मैं ASCL का डायरेक्टर हूं. कार्ति ने कहा कि इस कंपनी से मेरा किसी तरह का नाता नहीं है.