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दफ्तर बंद होने से ठीक पहले पहुंची सीबीआई की टीम...

सीबीआई की टीम ने डीआईपी के दफ्तर में मौजूद कर्मचारियों से कागजातों के बारे में पूछताछ की और टाक टू एके कार्यक्रम से जुड़े दस्तावेज और फाइलें मांगीं. इस कार्यक्रम में दिल्ली के अलावा गोवा, गुजरात, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में दिल्ली सरकार के पैसे से सोशल मीडिया और ऑनलाइन मीडिया के जरिए प्रचार की योजना बनाई गई थी.

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दिल्ली स्थित डीआईपी का दफ्तर
दिल्ली स्थित डीआईपी का दफ्तर

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दिल्ली सरकार के सूचना और प्रचार निदेशालय का दफ्तर शाम 6 बजे बंद होता है. गुरुवार को भी दफ्तर के सभी कर्मचारी अपना काम निपटा कर घर निकलने की तैयारी ही कर रहे थे तभी अचानक वहां सीबीआई की टीम आ धमकी. दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास दिल्ली विधानसभा के ठीक सामने इस दफ्तर में एक एंबेसडर कार में तीन लोग अचानक दाखिल होते हैं, पहले से यहां के कर्मचारियों और अफसरों को इस बात की कोई भनक नहीं थी कि ये लोग कौन हैं, लेकिन जैसे ही इन लोगों ने अपना परिचय दिया, दफ्तर में मौजूद लोगों के होश उड़ गए. सीबीआई की टीम जुलाई 2017 में हुए टाक टू एके कार्यक्रम में हुई गड़बडियों की छानबीन के लिए प्रचार निदेशालय पहुंची थी.

करीब साढ़े पांच बजे सीबीआई की टीम के पहुंचते ही डीआईपी के दफ्तर और दिल्ली सरकार के गलियारों में हड़कंप मच गया. सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तक खबर पहुंची तो ट्वीट की झड़ी लग गई. मनीष सिसोदिया ने लिखा कि वो तो सीबीआई की टीम का इंतज़ार अपने घर और सचिवालय में कर रहे थे लेकिन सीबीआई पब्लिसिटी विभाग के दफ्तर पहुंच गई.

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सीबीआई की टीम ने डीआईपी के दफ्तर में मौजूद कर्मचारियों से कागजातों के बारे में पूछताछ की और टाक टू एके कार्यक्रम से जुड़े दस्तावेज और फाइलें मांगीं. इस कार्यक्रम में दिल्ली के अलावा गोवा, गुजरात, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में दिल्ली सरकार के पैसे से सोशल मीडिया और ऑनलाइन मीडिया के जरिए प्रचार की योजना बनाई गई थी. पूर्व एलजी नजीब जंग की गठित शुंगलू कमेटी ने इस कार्यक्रम में सरकारी फंड का दुरुपयोग पाया और रिपोर्ट के आधार पर नजीब जंग ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी.

सीबीआई ने प्रारंभिक जांच शुरु की है और इसी सिलसिले में दस्तावेज लेने और फाइलों की छानबीन के लिए सीबीआई की टीम दिल्ली सरकार के दफ्तर पहुंची थी. इस पूरे घटनाक्रम से दिल्ली सरकार में खलबली मच गई और अब आम आदमी पार्टी इस पूरी कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बता रही है.

 

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