1984 सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर को क्लीन चिट देने वाली सीबीआई ने कहा कि अगर पीड़ित नए सबूत सौंपे तो वह टाइटलर के खिलाफ मामले की एक बार फिर जांच करने को तैयार है.
एजेंसी ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट के सामने यह बात कही. कोर्ट ने एजेंसी की मामला बंद करने की रिपोर्ट स्वीकार करने या ना करने के विषय पर आदेश के लिए इस मामले को मंगलवार के लिए रखा था. लेकिन अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एसपीएस लालेर छुट्टी पर थे और मामला के लिए अब चार दिसंबर की तारीख तय की गई है. सीबीआई शिकायतकर्ता लखविंदर कौर की नई याचिका पर जवाब दे रही थी। लखविंदर के पति बादल सिंह की दंगों में मौत हो गई थी. याचिकाकर्ता ने अंतिम रिपोर्ट में बताए गए गवाहों के संबंध में विश्वसनीय सूचना प्राप्त करने के लिए इस मामले को स्थगित करने का अनुरोध किया.
सीबीआई ने अपने जवाब में कहा कि गवाहों रेशम सिंह, चंचल सिंह, आलम सिंह, जसबीर सिंह, संतोष सिंह और नरेंद्र सिंह के संबंध में ठोस जानकारियों हासिल करने के लिए लखविंदर कौर को समय देने के लिए अगर मामले को स्थगित किया जाता है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है. सीबीआई द्वारा दायर जवाब में कहा गया कि अगर याचिकाकर्ता इस मामले में न्याय के हित में ठोस गवाहों से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराती है तो सीबीआई अतिरिक्त सबूत पर और जांच करने को तैयार है.
सीबीआई अधिवक्ता गुरबख्श सिंह द्वारा दायर पीड़ित की उस याचिका पर जवाब दे रही थी जिसमें कहा गया कि वह गवाहों को खोज निकालने में सफल रही है और गवाहों ने उन्हें आश्वासन दिया कि अगर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो तो वे एक नवंबर 1984 की घटना के बारे में सही तथ्य बताने के लिये तैयार हैं. इसी घटना में पीड़ित के पति की मौत हो गई थी.
-इनपुट भाषा