सीबीआई रेल मंत्री पवन बंसल से पूछताछ कर सकती है. बंसल के भांजे विजय सिंगला ने पूछताछ में बड़ी साजिश का इशारा किया है जबकि बंसल ने उससे किसी भी कारोबारी रिश्ते से इंकार किया था.
सूत्रों के मुताबिक रेलवे बोर्ड के निलंबित सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार की पदस्थापना से जुड़ी कथित रिश्वतखोरी के सिलसिले में सीबीआई रेल मंत्री पवन कुमार बंसल से स्पष्टीकरण मांग सकती है.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी सिंगला और उसके सहयोगियों से पूछताछ कर रही है ताकि ‘उस अधिकारी की भूमिका को समझा जा सके जो महेश कुमार को सदस्य (स्टाफ) से बदलकर सदस्य (इलेक्ट्रिकल) का पद देता और महाप्रबंधक (पश्चिम) का अतिरिक्त प्रभार भी उनके पास रहने देता.’
रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बोर्ड सदस्यों के पद में सीधा बदलाव ठीक उसी तरह से किया जाता है जैसे नए सदस्यों की नियुक्ति की जाती है और यह सतर्कता मंजूरी मिलने और कैबिनेट की नियुक्ति समिति की सहमति के बाद ही होता है.
बहरहाल, सूत्रों ने कहा कि जिस अधिकारी के पास किसी बोर्ड सदस्य को अतिरिक्त प्रभार बनाए रखने की इजाजत देने का अधिकार है, वह रेल मंत्री है.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह लगे कि रिश्वत के पैसों के तार बंसल से जुड़े हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि जांच अभी शुरुआती दौर में ही है और गिरफ्तार आरोपियों से ‘गहन पूछताछ’ के बाद तस्वीर साफ होगी. सूत्रों ने बताया कि सिंगला के फोन की निगरानी के दौरान उन्होंने कुछ ऐसी फोन कॉलों का पता लगाया जिससे पता चलता है कि वह मंत्री के करीबी अधिकारियों के लगातार संपर्क में था.
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि कथित रिश्वतखोरी मामले में इन अधिकारियों की भूमिका पर एजेंसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है लेकिन वह कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण की मांग कर सकती है.