सीबीएसई के पेपर लीक होने से पूरे देश में हड़कंप-सा मच गया है. देशभर में कई जगह स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं इस मामले में क्राइम ब्रांच भी जांच कर रही है. इस बीच सीबीएसई परीक्षाओं को दोबारा करवाने की तैयारी में जुट गया है, लेकिन इस फैसले का गुजरात ने विरोध किया है.
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडास्मा ने कहा है कि सीबीएसई का पेपर लीक दिल्ली में हुआ था, ऐसे में पूरे देश के छात्र क्यों दोबारा परीक्षा दें. उन्होंने कैमरे पर बोलने से तो मना किया, हालांकि फिर भी उन्होंने कहा कि जब पेपर लीक दिल्ली में हुआ है तो दोबारा परीक्षा भी सिर्फ दिल्ली में होनी चाहिए.
पेपर लीक करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश जारी
सीबीएसई पेपर लीक मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने अब तक इस मामले में 25 लोगों से पूछताछ की है, जिनमें 18 स्टूडेंट्स और 5 ट्यूटर शामिल हैं. हालांकि अब तक क्राइम ब्रांच उस मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पाई है, जिसने व्हाट्सऐप पर दोनों पेपर लीक किए.
इससे पहले पुलिस ने दिल्ली में कोचिंग सेंटर चलाने वाले विकी नाम के एक शख्स को मास्टरमाइंड होने के शक में गिरफ्तार किया था, लेकिन जांच में पता चला कि विकी को भी दोनों पेपर व्हाट्सऐप के जरिए ही मिले थे.
गुरुवार को सीबीएसई चीफ अनीता करवाल ने पेपर लीक पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी थी. उन्होंने कहा कि हम बच्चों के भले के लिए ही काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बच्चों की भलाई के लिए फैसला लिया है. बहुत जल्द दोबारा होने वाली परीक्षा की तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा.
CBSE बोर्ड के पेपर लीक हो जाने की वजह से देशभर के 19 लाख बच्चों पर असर पड़ा. बता दें, इस साल बोर्ड की परीक्षा के लिए में करीब 2,824,696 बच्चे शामिल हुए हैं.