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अगले सत्र से सीबीएसई बनेगा अंतरराष्ट्रीय बोर्ड

दसवीं बोर्ड परीक्षा को वैकल्पिक बनाने के निर्णय के बाद देश के इस प्रमुख स्कूली शिक्षा बोर्ड सीबीएसई का वैश्विक स्तर पर विस्तार होने जा रहा है और इसके तहत वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए नया पाठ्यक्रम पेश करेगा.

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दसवीं बोर्ड परीक्षा को वैकल्पिक बनाने के निर्णय के बाद देश के इस प्रमुख स्कूली शिक्षा बोर्ड सीबीएसई का वैश्विक स्तर पर विस्तार होने जा रहा है और इसके तहत वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए नया पाठ्यक्रम पेश करेगा.

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इसके अलावा अगले शैक्षणिक सत्र से बोर्ड किसी भी देश के स्कूल को संबद्धता प्रदान करेगा. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के स्तर पर नया पाठ्यक्रम पेश करेगा. नया पाठ्यक्रम अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए होगा और यह पाठ्यक्रम इस विषय में रुचि लेने वाले मान्यता प्राप्त विदेशी स्कूलों में पढ़ाये जायेंगे.

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा ‘अगले सत्र से सीबीएसई अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए पृथक पाठ्यक्रम पेश करेगा. इससे सीबीएसई को इंटरनेशनल बैकाल्योरेट (आईबी) जैसे अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के स्तर का बनने में मदद मिलेगी.’ बहरहाल, सीबीएसई घरेलू छात्रों के वर्तमान पाठ्यक्रम को जारी रखेगा. इस विषय पर एक उदाहरण देते हुए अधिकारी ने कहा कि इतिहास विषय में वर्तमान पाठ्यक्रम के तहत मुख्य रूप से भारतीय इतिहास पढ़ाया जाता है जबकि नये पाठ्यक्रम में विश्व इतिहास पर जोर होगा.

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इसी प्रकार अन्य विषयों के पाठ्यक्रमों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जायेगा. सीबीएसई नये सत्र से पहली कक्षा और 10वीं कक्षा के लिए नया पाठ्यक्रम पेश करेगी. इसके बाद प्रत्येक वर्ष नयी कक्षाओं में नया पाठ्यक्रम पेश किया जायेगा. उन्होंने कहा ‘पिछले कुछ वर्षों में सभी कक्षाओं के लिए सीबीएसई का अंतरराष्ट्रीय स्तर का पाठ्यक्रम होगा.’

उल्लेखनीय है कि अभी खाड़ी देशों और सिंगापुर में कई स्कूल बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं. हालांकि ये स्कूल मुख्य रूप से भारतीय समुदाय की ओर से शुरू किये गए हैं. अधिकारी ने कहा ‘इस प्रक्रिया में सीबीएसई किसी भी अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के विकल्प के तौर पर उभर सकता है.’

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