मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सामने आई सीडी ने दोनों राज्यों की राजनीति में भूचाल खड़ा कर दिया है. दोनों ही राज्यों में सीडी की सीधे आंच सत्तारूढ़ दल, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आ रही है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सीडी कांड का पूरा लाभ लेने की कोशिश में है. ऐसे में बीजेपी बचाव की मुद्रा में आ गई है.
मध्य प्रदेश में घरेलू नौकर से अप्राकृतिक कृत्य की शिकायत और फिर ऑडियो-वीडियो सीडी सामने के बाद राज्य के तत्कालीन वित्त मंत्री राघवजी को न केवल मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा, बल्कि गिरफ्तारी के बाद तो बीजेपी ने आनन-फानन में उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.
इससे साफ है कि बीजेपी ने राघवजी को पार्टी से बाहर कर यह बताने की कोशिश की है कि वह गलत लोगों का किसी भी कीमत पर साथ नहीं देगी.
पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने राघवजी के निष्कासन के साथ कहा कि उनकी पार्टी में कोई भी कितने ही बड़े पद पर क्यों न हो, गलत कार्यों में लिप्त पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
इस घटना को लेकर कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर आंदोलन किया और बीजेपी के चाल, चेहरे व चरित्र की दुहाई देने के दावों पर हमला किया. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि बीजपी का असली चेहरा बेनकाब हुआ है.
अब छत्तीसगढ़ में इंदिरा प्रियदर्शिनी सहकारी बैंक, छत्तीसगढ़ के सहकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक था. इस बैंक के तत्कालीन महाप्रबंधक उमेश सिन्हा की नार्को टेस्ट की सीडी सामने आई है.
इस बैंक में करोड़ों रुपये का घपला उजागर होने के बाद सिन्हा का नार्को कराया गया था. मगर यह सीडी न्यायालय में पेश न किए जाने का आरोप है.
रायपुर में कांग्रेस ने सीडी जारी कर रमन सरकार को घेरने की कोशिश की है. इस सीडी में सिन्हा को मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित उनकी सरकार के कई मंत्रियों को एक-एक करोड़ की रकम दिए जाने का खुलासा करते हुए दिखाया गया है.
इस बीच, राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस सीडी पर ही सवाल उठा दिए हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस की आदत है पुराने मसलों को उठाकर असत्य को सत्य बताने की कोशिश करना.
कांग्रेस जहां इन दो सीडी के जरिए मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ की सरकारों पर हमले बोल रही है, वहीं बीजेपी को सफाई देनी पड़ रही है.
सीडी की सच्चाई चाहे जो हो, मगर इन मामलों ने दोनों राज्यों की राजनीति को गरमा जरूर दिया है, और बीजेपी को बैकफुट पर आने पर मजबूर कर दिया है.