जाने-माने फिल्मकार कमल स्वरूप ने दावा किया है कि पिछले साल के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर चुनावी भिड़ंत पर आधारित उनकी एक डॉक्यूमेंट्री को सेंसर बोर्ड ने यह कहते हुए मंजूरी देने से इंकार कर दिया कि यह ‘उसके दिशा निर्देशों के अनुरूप नहीं बैठती है.’
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक स्वरूप ने कहा कि उनकी फिल्म ‘बैटल फॉर बनारस’ को हाल ही में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने देखा. इसमें वाराणसी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच के मुकाबले को दर्शाया गया है.
उन्होंने दावा किया कि बोर्ड ने अभी उन्हें इस बारे में लिखित रूप से अवगत नहीं कराया है, हालांकि उन्हें मौखिक रूप से बताया गया कि यह सेंसर बोर्ड के दिशानिर्देशों में फिट नहीं बैठती है.
- इनपुट भाषा