केंद्रीय जांच एजेंसी में सरकार ने 5 नए संयुक्त निदेशक नियुक्त किए हैं. कार्मिक मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आदेश के मुताबिक आईपीएस अधिकारी संपत मीना, अनुराग, राकेश अग्रवाल, वायोलास कुमार चौधरी और डी सी जैन को सीबीआई का संयुक्त निदेशक बनाया गया है.
संपत मीना झारखंड से वहीं अनुराग और राकेश अग्रवाल त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश कैडर के 1994 बैच के अधिकारी हैं. डी. सी. जैन राजस्थान कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वायोलास कुमार चौधरी जम्मू कश्मीर कैडर के 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
अधिकारियों ने बताया कि इन पांचों अधिकारियों में अनुराग, अग्रवाल और जैन सीबीआई से पहले पुलिस अधीक्षक या उपमहानिरीक्षक स्तर के अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं.
सीबीआई के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और पूर्व सीबीआई चीफ आलोक वर्मा में के बीच बढ़े विवादों के बाद से सीबीआई सुर्खियों में थी और आलोक वर्मा के इस्तीफे के बाद एजेंसी में यह दूसरी नियुक्ति है. दरअसल दोनों अफसरों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. मामला इतना ज्यादा बढ़ गया था कि दोनों को सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया था. आगे सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले में हस्तक्षेप कर मामले को शांत करने की कोशिश की थी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद पर बहाल किया था, लेकिन सेलेक्शन कमेटी ने 24 घंटे के भीतर ही उनको पद से हटा दिया था.
इस कमेटी में पीएम मोदी, कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और जस्टिस एके सीकरी शामिल थे. आलोक वर्मा के खिलाफ 2-1 से फैसला लिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एके सीकरी सीवीसी की सिफारिश के अनुसार आलोक वर्मा को हटाने के हक में थे. जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका विरोध किया.
जिसके बाद प्रधानमंत्री का अध्यक्षता वाली चयन समिति ने उन्हें पद से हटा दिया था. आलोक वर्मा ने 11 जनवरी को डीजी फायर सर्विस का चार्ज लेने से इंकार करते हुए इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद 2 फरवरी को 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया निदेशक बनाया गया था. बता दें कि ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति दो सालों के लिए की गई है. उन्हें काफी तेज-तर्रार अधिकारी माना जाता है. इससे पहले वो मध्य प्रदेश के डीजीपी समेत अन्य पदों पर भी रह चुके हैं.