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संसद में सरकार का जवाब- फेक न्यूज पर लगाम के लिए 1662 सोशल साइट्स ब्लॉक

फेक न्यूज और सोशल मीडिया पर आपत्तीजनक कंटेंट से जूझ रही केंद्र सरकार के गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में एक लिखित जानकारी दी है कि एक साल में ऐसे 1662 सोशल मीडिया अकाउंट को बंद किए गए हैं, जो  लगातार सोशल मीडिया पर अनैतिक कंटेंट परोस रहे थें.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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फेक न्यूज और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट से जूझ रही केंद्र सरकार के गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में एक लिखित जानकारी दी है कि एक साल में ऐसे 1662 सोशल मीडिया अकाउंट को बंद किए गए हैं, जो लगातार सोशल मीडिया पर अनैतिक कंटेंट परोस रहे थे.

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने राज्यसभा में लिखित जानकारी दी है, जिसके मुताबिक फेसबुक से जुड़े 956 URL और ट्विटर से जुड़े 409 URL को सरकार ने बंद किया है. वहीं यूट्यूब और इंस्टाग्राम की बात करें तो केंद्र सरकार ने क्रमशः 152 और 66 URL, सोशल मीडिया पर गलत कंटेंट परोसने के मामले में बंद किया है.

राज्यसभा में हंसराज अहीर ने यह भी जानकारी दी की दूसरी सोशल मीडिया साइट जिसमें अनैतिक कंटेंट परोसे जा रहे हैं उन पर भी लगाम लगाई गई है. ऐसे तकरीबन 79 URL हैं जिन्हें केंद्र सरकार ने ब्लॉक कर दिया है.

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गृह राज्य मंत्री ने अपनी लिखित जानकारी में ये बताया कि जून 2017 से जून 2018 तक 1662 वेबसाइट की URL को ब्लॉक किया गया है. इसके लिए अलग-अलग जगहों से करीब 2245 फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम के यूआरएल को ब्लॉक करने की सिफारिश सरकार की तरफ से की गई थी.

हंसराज अहीर नें यह भी जानकारी दी की लॉ इंफोर्समेंट एजेंसीज चौबीस घंटे लगातार सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग कर रही है. यदि इसमें आईटी एक्ट 69ए का उल्लंघन होता है, तब इन सोशल मीडिया साईट्स को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है.

अहीर ने यह भी बताया कि आईटी नियम, 2009 के तहत गठित समिति समय-समय पर आईटी अधिनियम 2000 के प्रावधानों के तहत जारी निर्देशों के अनुपालन की निगरानी करती है. सरकार निर्देशों के पालन के लिए समय-समय पर मध्‍यस्‍थों के साथ बैठकें भी करती है. ताकि बेहतर अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी ढांचे को मजबूत किया जा सके.

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