क्रिसमस यानी 25 दिसंबर को 'गुड गवर्नेंस डे' मनाए जाने पर सरकारी स्कूलों को खुला रखे जाने से जुड़े विवाद में नया मोड़ आ गया है. मोदी सरकार ने इस मसले पर कांग्रेस पर पलटवार किया है. ...क्योंकि मंत्री भी कभी छात्रा थीं!
अब केंद्र की बीजेपी सरकार 1987 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा जारी किए गए एक सर्कुलर को सामने कर रही है. इसमें कहा गया था कि नवोदय विद्यालयों के स्टूडेंट्स तब तक स्कूल कैंपस छोड़कर अपने घर नहीं जा सकते, जब तक सरकार औपचारिक तौर पर छुट्टियों का ऐलान नहीं कर दे. इसमें कहा गया था कि छात्र अन्य सभी छुट्टियां आवासीय स्कूल में ही मनाएंगे.
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने क्रिसमस के दिन स्कूलों को खुला रखने के सरकार के कथित आदेश के मुद्दे के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. कांग्रेस ने संसद को गुमराह करने के लिए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू तथा मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की भी चेतावनी दी है.
दूसरी ओर वेंकैया नायडू ने संसद में कहा था कि कांग्रेस पार्टी का एजेंडा एक 'परिवार' के मुताबिक तय होता था. उन्होंने कहा कि लोगों को इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह एक संवेदनशील मुद्दा है.
गौरतलब है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नवोदय विद्यालय, CBSE स्कूल तथा AICTE को 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने के लिए अलग-अलग सर्कुलर जारी किया था. हालांकि केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया था कि सभी भागीदारी स्वैच्छिक होंगी और संस्थानों को क्रिसमस के दिन स्कूल खुला रखने की जरूरत नहीं है.