भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ने के बाद एक तरफ जहां तेलुगु देशम पार्टी लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही है. वहीं, दूसरी तरफ टीडीपी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आज अपनी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के सदस्यों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समुदाय पर अपनी सरकार का पक्ष रखा.
अमरावती में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे को संबोधित करते हुए नायूड ने कहा, 'आप लोगों ने हमेशा टीडीपी का सहयोग किया है, लेकिन जब हमने बीजेपी के साथ गठबंधन किया तो आप खुश नहीं थे. लेकिन हम मुसलमानों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं.'
इतना ही नहीं तीन तलाक जैसे राष्ट्रव्यापी मुद्दे पर भी टीडीपी नेता ने अपने रुख की चर्चा की. उन्होंने बताया कि तीन तलाक बिल के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस ने नहीं, बल्कि टीडीपी ने आवाज उठाई है. नायडू ने कहा, 'मैंने बीजेपी नेतृत्व को कहा कि तीन तलाक का अपराधिकरण करना ठीक नहीं है. मैं पहला व्यक्ति था, जिसने तीन तलाक बिल का विरोध किया.'
इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राज्य के साथ न्याय नहीं किया है. हमने चार साल इंतजार किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. यहां तक कि पिछले बजट में भी आंध्र की अनदेखी की गई.
बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य देने की मांग पूरी न होने पर चंद्रबाबू नायडू ने मोदी कैबिनेट से अपने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा करा दिया था. संसद में टीडीपी लगातार मोदी सरकार का विरोध कर रही है. यहां तक कि अब टीडीपी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव ला रही है, जिसे कई विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है.