2019 चुनावों की तैयारी में मोदी सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. और ये मुश्किलें कोई और नहीं बल्कि उनके सहयोगी ही बढ़ा रहे हैं. बजट से नाखुश तेलुगु देशम पार्टी को मनाने में बीजेपी अभी तक कामयाब नहीं हो पाई है. गुरुवार को विपक्ष के शोर के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में बजट पर जवाब दिया, तो आंध्र प्रदेश को राहत देने की भी बात की. लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू इससे खुश नहीं हैं.
सूत्रों की मानें, तो चंद्रबाबू नायडू ने अपने सांसदों से वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयान पर नाराजगी व्यक्त की है. नायडू का कहना है कि वित्तमंत्री ने उनके किसी भी मुद्दे पर ठोस जवाब नहीं दिया है. उन्होंने अपने सांसदों को कहा है कि वह शुक्रवार को लोकसभा में अपने मुद्दे को जोर-शोर से उठाएं.
आपको बता दें कि शुक्रवार को ही बजट सत्र के पहले भाग का आखिरी दिन है. बजट सत्र का दूसरा भाग 9 मार्च से शुरू होगा. नायडू के बयान से साफ है कि अगर केंद्र सरकार उनकी मांगों को नहीं पूरा करती है, तो पार्टी गठबंधन पर नया विचार कर सकती है.
आंध्र को स्पेशल पैकेज की तैयारी जारी!
आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर गुरुवार को बोलते हुए जेटली ने कहा कि आंध्र प्रदेश रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट में आंध्र के लिए एक पैकेज का प्रावधान किया गया था. केन्द्र सरकार के ज्यादातर फंड्स राज्य को दिए जा चुके हैं और बची हुई संस्थाओं के निर्माण के लिए सभी जरूरी फंड उसे दिए जाएंगे.
जेटली ने कहा कि स्पेशल पैकेज के लिए तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि जो राज्य की मांग है और जो केंद्र देना चाहता है अभी उसमें काफी गैप है, हम उस गैप को कम करना चाहते हैं.
अगले साल हैं आंध्र में चुनाव, इसलिए आक्रामक है TDP
गौरतलब है कि अगले साल होने वाले लोकसभा और आंध्र प्रदेश विधानसभा के एक साथ होने वाले चुनावों के मद्देनजर लंबे समय से लंबित मांगों को लेकर टीडीपी काफी आक्रामक है. टीडीपी और बीजेपी के बीच चल रही अदावत के बीच नायडू और मोदी की मीटिंग काफी अहम थी. इस मीटिंग में नायडू ने पीएम को 17 पेज का दस्तावेज सौंपा था. दोनों नेताओं के बीच डेढ़ साल बाद मुलाकात हुई थी.
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क्या है आंध्र प्रदेश विधानसभा का समीकरण
साल 2014 में हुए आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी और टीडीपी ने शानदार प्रदर्शन किया था. दोनों पार्टियों के गठबंधन को 175 सीटों में 106 सीटें मिलीं. इनमें टीडीपी को 102 और बीजेपी को 4 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस को 67 सीटें मिलीं.
दूसरी ओर एनडीए सहयोगी टीडीपी के पास के पास 15 सांसद हैं और केंद्र की मोदी सरकार में दो मंत्री भी हैं. इनमें नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गणपति राजू और वाईएस चौधरी शामिल हैं.