चंद्रयान-2 का चांद पर उतरने से ठीक पहले संपर्क टूट गया है. इसरो आंकड़ों का इंतजार कर रहा है. चांद से ठीक पहले चंद्रयान का संपर्क टूटने से वैज्ञानिकों के चेरहों पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं. वहीं पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. उन्होंने कहा कि यात्रा जारी रहेगी.
India is proud of our scientists! They’ve given their best and have always made India proud. These are moments to be courageous, and courageous we will be!
Chairman @isro gave updates on Chandrayaan-2. We remain hopeful and will continue working hard on our space programme.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 6, 2019
इससे पहले रात एक बजकर 52 मिनट 54 सेकेंड पर चांद की सतह पर चंद्रयान-2 को लैंड करना था. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए पीएम मोदी भी इसरो सेंटर पहुंचे थे.
बता दें, अमेरिका, चीन और रूस ही चांद की सतह पर अपने रोवर या लैंडर उतार चुके हैं. लेकिन खास बात ये है कि भारत का चंद्रयान-2 मिशन बाकी तीनों देशों के मून मिशन से किफायती है और थोड़ी-बहुत नहीं, बल्कि कई गुना कम लागत में तैयार हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर देश के वैज्ञानिकों को सलाम किया और उनकी हौसलाअफजाई की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान-2 की लैंडिंग को देखने के लिए बेंगलुरु पहुंचे थे.
Karnataka: Prime Minister Narendra Modi arrives at Bengaluru Airport; received by CM BS Yeddiyurappa. He will reach ISRO centre in Bengaluru tonight ahead of landing of #Chandrayaan2 on the moon. pic.twitter.com/Bc9RngfjPl
— ANI (@ANI) September 6, 2019
'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चीफ के सिवन ने कहा कि हम एक ऐसी जगह पर उतरने जा रहे हैं, जहां इससे पहले कोई नहीं गया था. हम सॉफ्ट लैंडिंग के बारे में आश्वस्त हैं. हमें रात का इंतजार है.