भारत का चंद्रयान-2 चांद के दरवाजे पर खड़ा है. दूसरी तरफ पूरी दुनिया इस इंतजार में है कि कब भारत का चंद्रयान-2 चांद की धरती को चूमेगा. इसरो के बेंगलुरु स्थित टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क सेंटर (ISTRAC) के बाहर दोपहर 01:45 बजे से ही लोगों की भीड़ जुट गई है. इस पूरे इंवेंट को कवर करने के लिए यहां देश-विदेश के करीब 300 मीडियाकर्मी पहुंचे हुए हैं.
चांद पर उतरने को तैयार चंद्रयान-2, शुभकामनाएं देने के लिए यहां करें क्लिक
बेंगलुरु का मौसम भी बेहद सुहाना है. रुक-रुक कर बारिश हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की वजह से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसरो सेंटर के चारों तरफ करीब 2 किमी के इलाके में करीब 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं.
चंद्रयान-2 की लाइव टेलीकास्टिंग दिखाने के लिए इसरो ने भी पूरी व्यवस्था कर रखी है. ISTRAC के अंदर जर्मन टेक्नोलॉजी के स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि मीडिया और स्थानीय लोगों को पूरे इंवेट की लाइव अपडेट मिलती रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ISTRAC सेंटर के बगल में स्थित मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) से इस ऐतिहासिक घटना के गवाह बनेंगे. उनके साथ करीब 70 बच्चे भी चंद्रयान-2 की लैंडिंग को लाइव देखेंगे.
बता दें कि 6 और 7 सितंबर की दरम्यानी रात 01:30 से 2:30 बजे के बीच चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. पूरी उम्मीद है कि मिशन सफल होगा. इसी के साथ भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा, जो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना यान उतारेगा. अंतरिक्ष विज्ञान के मामले में भारत दुनिया में सबसे अग्रणी देशों में शुमार है और दक्षिण एशिया में नंबर एक है.