केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने सूर्यानेल्ली सामूहिक बलात्कार मामले की दोबारा जांच से इन्कार करते हुए कहा है कि शीर्ष अदालतें राज्यसभा के उपसभापति पीजी कुरियन को सभी आरोपों से पहले ही बरी कर चुकी हैं.
चांडी ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि पीड़िता की ओर से लगाए गए आरोप नए नहीं हैं और इनकी जांच हो चुकी है तथा उच्चतम न्यायालय सहित सभी प्रमुख अदालतें ने इन आरोपों से कुरियन को बरी किया है.
कुरियन के खिलाफ हमले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया पीड़िता के बयान का इस तरह से उल्लेख कर रही है कि उसमें कुछ नया है.
पीड़िता ने बीते 29 जनवरी को उच्चतम न्यायालय में अपने वकील को पत्र भेजकर कहा था कि कुरियन के खिलाफ आरोपों को खारिज किए जाने के फैसले की समीक्षा की संभावना तलाशी जाए. यह मामला 1996 का है.