नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में देश के विकास पर अपनी सोच का इजहार करते हुए कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब रचनात्मक विकास होगा. साथ ही उन्होंने कई संदर्भ भी दिया.
मोदी ने कहा, ‘जो काम गुजरात ने किया है वो पूरा देश कर सकता है. क्या यह आवश्यक नहीं है कि हम अपनी चीजों के प्रति गर्व का भाव रखें.’
उन्होंने क्रिकेट का संदर्भ देते हुए कहा, ‘जब हमारे यहां क्रिकेट वर्ल्ड कप होता है तो पूरा देश एक भावावेश में होता है. तो क्या हम यह भाव पूरे देश में बरकरार नहीं रख सकते.’
गुड गवर्नेंस समय की मांगः मोदी
मोदी ने कहा, ‘लोगों की सोच बदलनी होगी. नरेगा में काम कर रहे लोगों को यह सोचना चाहिए कि वो देश के लिए 100 दिन दे रहा है. उसे नरेगा को 100 दिनों के रोजगार के अवसर के रूप में नहीं देखना चाहिए. इससे ही देश में विकास होगा.’
मोदी ने कहा, ‘रेल, एयरपोर्ट बनने से सिर्फ विकास नहीं होता. जनता को, लोगों को विकास से जोड़ना जरूरी है. जब तक वो विकास से सीधे नहीं जुड़ते देश का समुचित विकास नहीं होगा. लोगों की सोच बदलनी होगी. जब तक वो यह नहीं सोचेंगे कि मैं जो काम कर रहा हूं वो देश के लिए कर रहा हूं तब तक विकास नहीं होगा.’
मोदी मंत्र से गूंजा कॉनक्लेव
टैक्स वसूली देश के लिए बड़ी समस्या है इस पर भी मोदी ने अपनी सोच का इजहार किया. उन्होंने कहा, ‘टैक्स में चोरी नहीं होनी चाहिए. कंप्यूटर पर जब सूची देखी तो नगर के बड़े-बड़े नामों के टैक्स ही बाकी थे. नोटिस से रुपया नहीं मिलेगा. लोगों को एक समय दो और साथ ही चेतावनी कि अगली बार ढोल के साथ आएंगे. तो वो अपना टैक्स जरूर देगा.’