दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े हिस्से में मौसम का मिजाज बदल चुका है. पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आसमान पर बादलों की आवाजाही है. कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश भी हो रही है. मौसम विभाग का कहना है, मौसम के मिजाज में आए इस बदलाव के पीछे एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस है. जो इस समय जम्मू कश्मीर और पंजाब हरियाणा में अपना असर दिखा रहा है. बुधवार सुबह को दिल्ली और आसपास के इलाकों में हलकी फुहारे देखने को मिली.
वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते जम्मू कश्मीर में कई जगहों पर बादल छाए हुए हैं. ऐसा अनुमान है कि अगले 24 से 48 घंटों तक यह स्थिति बनी रहेगी. तो वही हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम ने करवट ली है. कुल्लू मनाली, चंबा, डलहौजी और किन्नौर के इलाकों में बादलों गहराये हुए है. उधर उत्तरी पंजाब के साथ-साथ हरियाणा के तमाम इलाकों में तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी कई जगहों पर देखने को मिली. मौसम विभाग के डायरेक्टर के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में हिट वेव पूरी तरीके से पीछे हट चुकी है. ऐसा अनुमान है अगले 1 हफ्ते तक इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी.
धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की उम्मीद
मौसम के जानकारों का कहना है उत्तर-पश्चिम भारत के एक बड़े हिस्से में बादलों की आवाजाही का सिलसिला 26 मई तक चलता रहेगा. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मौजूदा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के पीछे एक दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 -23 तारीख से उत्तर भारत में दस्तक दे रहा है. इसके प्रभाव से हिमालय के तमाम इलाकों में बारिश की संभावना है. मैदानी इलाकों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की उम्मीद है.
केरल तक मानसून पहुंचने के आसार
उधर मानसून की बात करें तो यह बंगाल की खाड़ी में थोड़ा और आगे बढ़ चुका है. अंडमान और निकोबार पर कई इलाकों में पिछले 24 घंटे में अच्छी बारिश के आसार है. ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि मानसून केरल की तरफ भी अपना रुख कर सकता है. मौजूदा परिस्थितियां मानसून के आगे बढ़ने में काफी सहायक हैं और यही वजह है कि मौसम विभाग ने केरल में 30 मई तक मानसून पहुंचने की संभावना जताई है.