सुनने में जरूर अजीब लगता है लेकिन यह सच है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके और अब शिक्षक घोटाला में दोषी पाए गए ओम प्रकाश चौटाला किसी जमाने में घडि़यों की स्मगलिंग किया करते थे. इसी स्मगलिंग को करते हुए जब चौटाला को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया तो उनके पिता चौधरी देवी लाल ने उनको घर से बेदखल कर दिया था.
हालांकि 2 दिसंबर 1989 को उसी पिता का पुत्र प्रेम तब जागा जब उन्हें केंद्र में उप प्रधानमंत्री का पद मिला और तब उन्होंने अपने बेटे ओम प्रकाश चौटाला को हरियाणा के मुख्यमंत्री का पद दिया.
1996 में न्यायाधीश के एन साइकिया आयोग ने चौटाला को अमीर सिंह हत्याकांड में सह अभियुक्त के तौर पर इंगित किया था. चौटाला की किस्मत कहें या उनका कर्म वो 2 जुलाई 1990 को एक बार फिर हरियाणा के तख्त पर बैठे लेकिन पांच दिन अंदर ही पार्टी के दबाव में उने सत्ता छोड़नी पड़ी.
नए साल की शुरुआत अपने जन्मदिन से करने वाले चौटाला को 2013 का नया साल ले डूबा. 12 साल पुराने शिक्षक भर्ती घोटाले के तार ऐसे हिले की चौटाला के सारे सुर-ताल बिगड़ गए. इससे पहले हरियाणा सिविल सेवा में भी उनके खिलाफ फर्जी करने का आरोप है.
आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में सीबीआई ने चौटाला परिवार के खिलाफ 1467 करोड़ रुपये की संपत्ति का चार्जशीट दायर किया है. 1467 करोड़ रुपये के इस मामले में चौटाला परिवार का 80 से ज्यादा केवल प्रॉपर्टी है. कांग्रेस का कहना है कि यह संपत्ति चौटाला ने 1993 से 2006 के बीच में बनाई है.