नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर से लेकर दक्षिण तक जोरदार प्रदर्शन हो रहा है. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सीएए, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए हैं. राज्य सचिवालय के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है.
दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह चेन्नई में भी महिलाएं सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रही हैं. आज प्रदर्शनकारी फोर्ट सेंट जॉर्ज में सचिवालय तक मार्च निकाल रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि तमिलनाडु विधानसभा भी सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित करे. रैली की शुरुआत कलिवानर आरंगम से हुई.
Tamil Nadu: People march towards the State Secretariat from Walajah Road to protest against the Citizenship Amendment Act, National Register of Citizens & National Population Register. Heavy police force has been deployed in view of the ongoing Assembly session. pic.twitter.com/uHprGWR7GB
— ANI (@ANI) February 19, 2020
लाठीचार्ज का विरोध
सीएए के खिलाफ निकाले गए मार्च में हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हैं. 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद शहर में महिलाओं ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया और लाठीचार्ज में शामिल अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
#WATCH Chennai: People march towards the State Secretariat from Walajah Road to protest against the Citizenship Amendment Act, National Register of Citizens & National Population Register. #TamilNadu pic.twitter.com/LOQsaTlSsJ
— ANI (@ANI) February 19, 2020
CM पलानीस्वामी ने किया बचाव
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोगों को गिरफ्तार किया था और कहा कि सरकार को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग विरोध प्रदर्शनों को उकसा रहे हैं.