चेन्नई और उसके आस-पास के इलाके में बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रही है. लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर 2015 की बाढ़ याद दिला दी है. शुक्रवार सुबह 5.30 बजे फिर बारिश शुरू हुई. चेन्नई में 190 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है. यह 2015 में आई बाढ़ के बाद सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. सरकार ने शहर में निजी संगठनों से छुट्टी घोषित करने के लिए अनुरोध किया है.
बता दें कि गुरुवार को शाम 6 बजे, शहर के कई हिस्सों में भारी बारिश से शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया. ट्रैफिक की गति धीमी हो गई थी.
लोग उठा रहे परेशानी
लगातार हो रही बारिश से शहर के कई इलाकों की हालात खराब हो गई है. लोगों के घरों में पानी भर गया है. कोराट्टूर का ईएसआई अस्पताल चारों ओर से पानी से घिर गया, जिसके कारण वहां उपचाराधीन मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ा.
सड़क से पानी निकलाने के लिए लगाए गए पंप
चेन्नई में नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि सड़कों से पानी निकालने के लिए 24 घंटे स्टाफ तैनात किए गए है. उन्होंने कहा कि सड़कों से पानी निकालने के लिए 400 से ज्यादा पंप लगाए गए हैं. सरकार ने यह भी कहा कि राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए चेन्नई में प्रत्येक क्षेत्र के लिए 2 मंत्रियों को नामित किया गया है.
चेन्नई में भारी बारिश के चलते 8 और 10 साल की दो लड़कियों की करंट लगने के कारण मौत हो गई थी. वे अपने घरों के पास खेल रही थी. विद्युत मंत्री पी. थंगमनी ने बच्चियों की मौत पर दुख व्यक्त किया था. उन्होंने बताया कि बच्चियों ने पानी के अंदर पड़े बिजली तारों पर पैर रख दिया था, जिसके चलते उन्हें करंट लगा और उनकी मौत हो गई.
मतृकों को दिया जाएगा मुआवजा
उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य की बिजली वितरण कंपनी TANGEDCO (तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन) द्वारा मृतकों को दो लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही, मुख्यमंत्री के पलानीसामी द्वारा मुख्यमंत्री राहत निधि से मुआवजा दिया जाएगा.