चेन्नई में लगातार बारिश के कारण पैदा हुए संकट का जायजा लेने के लिए जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वेल्लौर पहुंच चुके हैं और हवाई सर्वेक्षण के बाद उन्होंने राज्य के लिए मदद का ऐलान भी किया है वहीं मौसम विभाग का कहना है कि केंद्रीय तमिलनाडु के तटीय इलाकों में हालात अभी और बुरे हो सकते हैं. मौसम विभाग के डीजी एलएस राठौड़ ने गुरुवार को कहा कि चेन्नई के लिए खतरा अभी टला नहीं है.
मौसम के हालात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राठौड़ ने कहा, 'पुडुचेरी और नागापत्तनम में भारी बारिश हो रही है. सुबह से हल्की बारिश हुई है, लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि चेन्नई से खतरा टल गया है. बल्कि केंद्रीय तमिलनाडु में हालात और गंभीर हो सकते हैं. चेन्नई के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो लगभग ठहर सा गया है, इसलिए तमिलनाडु के तटीय इलाकों में अभी भारी बारिश होने की संभावना है.'
आंध्र में भी भारी बारिश की संभावना
डीजी राठौड़ ने आगे कहा कि मौसम प्रणाली तेज हो गई है और अभी भारी बारिश के लिए बहुत अधिक नमी है. उन्होंने बताया कि चेन्नई में एक अक्टूबर से अभी तक 1558.9 मिलीमीटर बारिश हुई है. मौसम विभाग के आकलन के मुताबिक, दक्षिण आंध्र प्रदेश में भी अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा 6 और 7 दिसंबर को केरल में भी जोरदार बारिश हो सकती है.
युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य
दूसरी ओर, राहत और बचाव के लिए सेना युद्ध स्तर पर ऑपरेशन चला रही है. बारिश और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 269 तक पहुंच गई है. सेना के मुताबिक, चेन्नई में आई बाढ़ में करीब दो हजार लोग बुरी तरह फंसे हैं. दोपहर करीब तीन बजे तक 200 लोगों को बचा लिया गया है. बाढ़ में घिरे लोगों को निकालने के लिए 100 नावें चलाई जा रही हैं, वहीं बिजली, पानी की सप्लाई बंद होने से लोग परेशान हैं.