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पन्नीरसेल्वम खेमे में 'अम्मा' की भतीजी, आज सरेंडर कर सकती हैं शशिकला

तमिलनाडु में एक तरफ ओ पन्नीरसेल्वम पार्टी से निकाले जाने के बाद जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार संग अम्मा की समाधि पर पहुंचे. वहीं दूसरी ओर विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला भावुक हो उठीं. शशिकला ने रोते हुए कहा कि कोई भी ताकत उन्हें AIADMK से अलग नहीं कर सकती. वे जहां भी रहेंगी, पार्टी के बारे में ही सोचेंगी.

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अम्मा को दी श्रद्धांजलि
अम्मा को दी श्रद्धांजलि

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तमिलनाडु में एक तरफ ओ पन्नीरसेल्वम पार्टी से निकाले जाने के बाद जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार संग अम्मा की समाधि पर पहुंचे. वहीं दूसरी ओर विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला भावुक हो उठीं. शशिकला ने रोते हुए कहा कि कोई भी ताकत उन्हें AIADMK से अलग नहीं कर सकती. वे जहां भी रहेंगी, पार्टी के बारे में ही सोचेंगी. शशिकला बुधवार को बंगलुरु जा सकती हैं, जहां वो सरेंडर करेंगी और उसके बाद वो जेल जाएंगी.

शशिकला ने इतनी परेशानियों के बीच विधायकों के समर्थन पर संतोष जताया. उन्होंने बताया कि ये केस डीएमके ने दायर किया था, जिसे वे संभाल लेंगी और इस दौरान विधायकों को अपने फैसले पर अटल रहना होगा. शशिकला ने भरोसा जताया कि उन्हें जल्द ही सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा.

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आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से चार वर्ष की सजा सुनाए जाने के बाद वीके शशिकला ने बगावत करने वाले कार्यवाहक सीएम पन्नीरसेल्वम और उनके 20 समर्थकों को पार्टी से बाहर कर दिया. इसके बाद मंगलवार रात जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार के साथ ओ पन्नीरसेल्वम मरीना बीच पर स्थित अम्मा की समाधि पर पहुंचे. दोनों ने जयललिता को श्रद्धांजलि दी.

सत्ता की बाजी खिसकती देख पन्नीरसेल्वम ने सभी विधायकों को चिट्ठी भेजकर अम्मा के नाम पर साथ आने की अपील की है. वहीं दीपा जयकुमार का कहना है कि राजनीति में ये उनका आगाज है. दीपा से पूछा जब गया कि क्या ये तमिलनाडु की सियासत में उनका आधिकारिक प्रवेश है, तो उन्होंने ने हामी भरते हुए कहा कि आने वाले दौर में वे और पन्नीरसेल्वम साथ काम करेंगे.

विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शशिकला शपथ के लिए राज्यपाल के न्योते का इंतजार कर रही थीं, लेकिन अब जेल की सलाखें उनका इंतजार कर रही हैं. सिंहासन का सपना तो चकनाचूर हो गया, लेकिन शशिकला ने फिर भी बगावत करने वाले कार्यवाहक सीएम पन्नीरसेल्वम के सामने हथियार नहीं डाले. जयललिता के करीबी रहे ई पालानासामी को विधायक दल का नया नेता चुना गया.

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