चेन्नई की सेक्स वर्कर्स चाहती हैं कि मुंबई के रेड लाइट एरिया और कोलकाता के सोनागाछी जैसे रंगीन इलाकों की तरह उनका भी एक इलाका हो. सेक्स वर्कर्स ने मांग की है कि उन्हें अपना धंधा चलाने के लिए तमिलनाडु सरकार कोई जगह मुहैया कराए.
चेन्नई के इंदिरा फीमेल पीयर एजुकेटर्स कलेक्टिव (आईएफपीईसी) संगठन से जुड़ी करीब 2300 सेक्स वर्कर्स ने इस बाबत तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग के पास अर्जी भी लगा दी है. संगठन चाहता है कि मुंबई, कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों की तरह चेन्नई में भी कोई प्रसिद्ध रंगीन इलाका हो.
संगठन के सचिव बताते हैं कि पुलिस वाले हमें बहुत परेशान करते हैं. हमारा उत्पीड़न किया जा रहा है और जबरन हमसे पैसों की वसूली की जा रही है. इसलिए हमने सरकार से मांग की है कि हमें अपना धंधा चलाने के लिए कोई जगह दे दे. हम अपने लिए घर की मांग नहीं कर रहे हैं.
नाम ना छापने की शर्त पर संगठन से जुड़ी एक सेक्स वर्कर्स का कहना है कि मैं इस धंधे को बहुत पसंद करती हूं और मैं इसके अलावा और कोई काम नहीं कर सकती. मैं जब 17 साल की थी, तबसे इस धंधे में हूं. और अब मैं 31 साल की हूं. मैं अपनी सहयोगियों को पुलिस और ग्राहकों से निपटना सिखाती हूं.
इनकी इस मांग का एक स्वास्थ्य अधिकारी भी समर्थन करते हैं. उनका कहना है कि यह एक अच्छा आइडिया है. अगर सरकार इनकी मदद कर देती है तो यह बेहतर होगा. अभी ऐसे धंधे इधर उधर चल रहे हैं. यदि ये एक जगह चलेंगे तो हमें सेक्स वर्कर्स को एजुकेट करने में भी आसानी होगी.
अधिकारी के मुताबिक तमिलनाडु में करीब एक लाख सेक्स वर्कर्स हैं जबकि अकेले चेन्नई में ही इनकी संख्या 14 हजार के आसपास है.