बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने बुधवार को कहा कि पी. चिदम्बरम के केंद्रीय वित्त मंत्री बनने के बाद सरकार ने खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तेजी से निर्णय लिया. जोशी ने कहा कि एफडीआई से किसान, छोटे कारोबारी और रोजगार के इच्छुक लोग पीड़ित होंगे.
निवेशकों को भारत में निवेश से लाभ
बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई के खिलाफ पेश प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि एफडीआई में सरकार के इस कदम की जड़ 1996 में विदेश में एक बैठक के दौरान चिदम्बरम द्वारा की गई टिप्पणी में निहित है. चिदम्बरम ने कहा था कि निवेशकों को भारत में निवेश से अपार लाभ अर्जित होगा.
चिदंबरम ने अगस्त में संभाला वित्त मंत्रालय
चिदम्बरम ने केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में अगस्त में कार्यभार ग्रहण किया था. मुरली मनोहर जोशी ने कहा, 'उनके वित्त मंत्री बनते ही खुदरा में एफडीआई के निर्णय में बेतहाशा तेजी आ गई.'