2014 आम चुनाव के लिए पी. चिदंबरम यूपीए की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं. एक अखबार ने ऐसा ही दावा किया है.
वित्तमंत्री बनने के बाद बढ़ा चिदंबरम का कद
अखबार के मुताबिक चिदंबरम का कद यूपीए में काफी बढ़ा है और वित्तमंत्री बनने के बाद उनकी स्थिति और मजबूत हुई है. अखबार का कहना है कि एफडीआई पर संसद में गतिरोध को दूर करने में चिदंबरम ने यूपीए के लिए बड़ी भूमिका निभाई है. सर्वदलीय बैठक में भी चिदंबरम पार्टी के बेहद जिम्मेदार नेता के तौर पर नजर आए.
डीएमके को भी कराया रजामंद
अखबार के मुताबिक एफडीआई के मुद्दे पर डीएमके जैसे सहयोगी को वोटिंग पर समर्थन के लिए रजामंद करना चिदंबरम के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है.
'कैश ट्रांसफर स्कीम' का भी फायदा
अखबार का दावा है कि 'कैश ट्रांसफर स्कीम' लागू करने को लेकर भी वित्तमंत्री चिदंबरम की भूमिका पार्टी में उनके कद को बढाने का काम कर सकती है. अखबार की दलील है कि कांग्रेस के भीतर भी उनके बढ़ते कद को महसूस किया जा रहा है. अखबार के मुताबिक एक साल पहले टेलीकॉम घोटाले को लेकर प्रणब मुखर्जी के साथ चिंदबरम का टकराव हुआ, तो भी चिदंबरम को तरजीह दी गई.
राहुल नहीं हैं पीएम पद की रेस में
अखबार ने पीएम पद के लिए राहुल गांधी की दावेदारी को पूरी तरह खारिज कर दिया है. अखबार का कहना है कि राहुल कब राजनीति की मुख्यधारा में आएंगे, ये खुद उनके साथी नहीं जानते है.