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दांतेवाड़ा मामले पर चिदम्‍बरम ने की थी इस्‍तीफे की पेशकश

सीआरपीएफ़ के शौर्य दिवस पर गृहमंत्री से यह पूछे जाने पर कि दंतेवाड़ा में चूक कैसे हुई. चिदंबरम ने कहा कि वो दंतेवाड़ा की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले पर उन्होंने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को सौंप दिया था. हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय से इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया.

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सीआरपीएफ़ के शौर्य दिवस में गृहमंत्री ने दंतेवाड़ा में हुए नरसंहार के लिए ख़ुद को कसूरवार माना और वादा किया कि नक्सली हमले में मारे गए जवानों के परिवार को मुआवज़ा और हर घर से एक सदस्य को नौकरी इसी महीने मुहैया करा दी जाएगी.

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चिदंबरम ने कहा, ‘मुझे पूछा जाता है कि दंतेवाड़ा मामले में चूक क्यों हुई. मुझे ये बताने में जरा भी हिचक नहीं है कि ये सब मेरी गलती से हुआ. मैं दंतेवाड़ा की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ से लौटते ही मैंने प्रधानमंत्री को लिखित में अपनी गलती मानी. उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.’ हालांकि प्रधानमत्री कार्यालय से इस्तीफे को नामंजूर कर दिया गया.

चिदंबरम ने कहा, ‘मैं सीआरपीएफ पर गर्व करता हूं. जिन्होंने अपना जीवन कुर्बान कर दिया है मैं उन्हें सलाम करता हूं. चिदंबरम ने कहा ‘मुझे गर्व है कि सीआरपीएफ उसे सौंपे गए असंख्य दायित्वों को निभाती है. मैं उनको सलाम करता हूं जिन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी और मेरा संवेदना उनके परिवारों के साथ है.’

सीआरपीएफ़ को संबोधित करते हुए गृहमंत्री चिदंबरम का गला भर आया. उन्होंने कहा कि इन बहादुर जवानों की वजह से ही इस देश के लोग अमन चैन से ज़िंदगी जी पाते हैं. उन्होंने कहा, ‘इस शौर्य दिवस के मौके पर मैं सीआरपीएफ से वादा करता हूं कि सरकार हमेशा आपका साथ देगी. यह उल्लेख करते हुए कि सरकार हमेशा सुरक्षाबलों के साथ है गृहमंत्री ने कहा कि वे इसलिए ड्यूटी करते हैं ताकि लोग स्वतंत्रता और लोकतंत्र में रह सकें.

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गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने दंतेवाड़ा में हुई घटना की ‘पूर्ण जिम्मेदारी’ स्वीकारी जिसमें नक्सलियों ने बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवानों को मार डाला था. सीआरपीएफ के 75 जवानों के मारे जाने पर चिदंबरम ने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी वह अपने ऊपर लेते हैं.

सीआरपीएफ के शौर्य दिवस समारोह को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने इस अर्धसैनिक बल द्वारा दिए गए बलिदानों की सराहना की और कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि इसके कर्मियों को अच्छी तनख्वाह अच्छे आवास और अच्छे उपकरण मिलें. उन्होंने यह भी कहा कि उनका मंत्रालय सुनिश्चित करेगा कि शहीद जवानों के परिवारों को इस महीने के अंत तक मुआवजा मिल जाए और परिवारों के एक-एक सदस्य को नौकरी मिले.

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस मसले पर कहा है कि अभी देश को एकजुट रहने की जरूरत है ना कि नक्सली समस्या पर भी राजनीति करने की.

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